ग्राम समाचार, रेवाड़ी (हरियाणा)। रेवाड़ी के लघु सचिवालय में आयोजित जिला स्तरीय सुशासन दिवस के अवसर पर मुक्चयमंत्री मनोहर लाल द्वारा गुरुग्राम में राज्य स्तरीय सुशासन दिवस कार्यक्रम में दिए गए संबोधन का लाइव प्रसारण किया गया, जिसे जिले के अधिकारियों व कर्मचारियों ने ध्यानपूर्वक सुना।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने संबोधन में कहा कि राजनेताओं से लेकर अधिकारी-कर्मचारी तक की जिम्मेदारी है कि जनता की समर्पित भाव से सेवा करें। हम सबके मन में यह भाव जागना ही सुशासन है। सबके साथ न्याय का भाव मन में रखना और आमजन को बिना बाधा सेवाओं व योजनाओं की डिलीवरी करना ही हमारा ध्येय होना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के लिए नई ई-सेवाओं का शुभारंभ किया और विभाग, जिला व प्रदेश स्तर पर उत्कृष्टï कार्य करने वाले कर्मचारियों के लिए प्रतिवर्ष पुरस्कार शुरू करने की भी घोषणा की। उन्होंने अधिकारियों-कर्मचारियों से सीधा संवाद स्थापित करते हुए उनके सवालों के जवाब दिए व जिज्ञासाओं का तर्कसंगत ढंग से समाधान किया।
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर सुशासन दिवस कार्यक्रम की शुरुआत का मकसद आमजन को मिलने वाली सेवाओं व योजनाओं के प्रति हमारी जिम्मेदारी व प्रतिबद्घता के भाव का अहसास करना है। चाहे मुख्यमंत्री हो या किसी विभाग का कोई कर्मचारी, हम सब जनता की सेवा के लिए हैं। सरकार व प्रशासन आपस में मिलकर ही अच्छा शासन दे सकते हैं और इसे अच्छा व बाधारहित बनाने के लिए संवेदनशील भाव मन में रखना जरूरी है। यह सरकार जनता के प्रति पूर्ण उत्तरदायित्व का भाव रखती है और हम जन-जन की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए समर्पित हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर कर्मचारी-अधिकारी को यह समझना चाहिए कि हमें जो वेतन मिलता है उसकी एवज में मैं क्या कर रहा हूं। जनता के हित में हमें नियमों को उदार व सरल बनाने का प्रयास करना चाहिए। सरकार द्वारा भ्रष्टïाचार को किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। भ्रष्टïाचार को खत्म करने के लिए सरकार ने योजनाओं का विकेन्द्रीकरण किया है। अधिकारियों-कर्मचारियों को हिपा के माध्यम से प्रशिक्षण व रिफ्रेशिंग कोर्स करवाए जाएंगे ताकि वे अपने कार्य में अधिक निपुण बन सकें व जनता के प्रति जिक्वमेदारी के भाव के साथ कार्य कर सकें। मुक्चयमंत्री ने 2014 के बाद जनता के हित में शुरू की गई योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 को सुशासन संकल्प वर्ष के रूप में मनाया जाएगा और सुधार के विचारों को लागू किया जाएगा। आमजन से सुधार के विचार लेने के लिए वेबसाइट भी बनाई जाएगी। मेहनती, जिम्मेदार व कर्तव्यपरायण अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक विभाग, जिला व प्रदेश स्तर पर अच्छा काम करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जाएगा। इसके लिए प्रतिवर्ष प्रदेश में 500 पुरस्कार दिए जाएंगे और इसे अगले वर्ष 25 दिसंबर से शुरू किया जाएगा।
सरकारी कर्मचारी और अधिकारी सुशासन की नींव: सुरीना राजन
सरकारी कर्मचारी और अधिकारी सुशासन की नींव है। प्रशासन आमजन को ईमानदारी, मेहनत, पारदर्शिता, तय समयसीमा, गुणवतापूर्वक सेवाएं मुहैया करवाएं यह सुशासन का सूचक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरकार ने सरकारी व्यवस्था में ई-प्रणाली और डिजिटलाईजेशन कार्यप्रणाली अपनाकर काफी हद तक पारदर्शी और निष्पक्ष व्यवस्था कायम की है। शासन व प्रशासन की कार्यप्रणाली में नई-नई तकनीक का बेहतर उपयोग हो , लोगों को ई-प्रणाली के माध्यम से सरकारी कार्यालयों में आने के बजाए घर या अपने मोबाइल से योजनाओं व सरकारी सेवाओं का लाभ मिले, यह हमारी सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए। तभी हम भारत रत्न एवं पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सुशासन के सपनों को साकार कर पाएंगे। वाजपेयी जी ने सुशासन की नींव रखी और स्वर्ण चतुर्भुज योजना से भारत को जोडऩे का काम किया। सुशासन दिवस पर जिला स्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अपना संबोधन देते हुए सुरीना राजन महानिदेशक हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) ने यह बात कही। उन्होंने लघु सचिवालय स्थित राजस्व विभाग का रिकार्ड सुव्यवस्थित ढंग से डिजिटलाईजेशन के रूप में रखने और आमजन को तत्पर मुहैया करवाने के लिए तैयार किए आधुनिक अभिलेख कक्ष का शुभारंभ किया।
अटल ने रखी सुशासन की नींव : लक्ष्मन सिंह
कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत हुए विधायक लक्ष्मन सिंह यादव ने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की शासन-प्रशासन का कम से कम हस्तक्षेप हो और आमजन को बेहतर सुविधाएं मिले। सही मायनों में दश्ेा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सुशासन की नीवं रखी थी। पीएम मोदी और सीएम मनोहर लाल ने अटल के सपनों को साकार करने के लिए वर्ष 2014 से ई-प्रणाली पर फोकस किया और सरकारी विभागों में डिजिटलाईजेशन प्रक्रिया शुरू की। उन्होंने कहा कि दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए डिजिटल सिस्टम को वर्ष 2014 से पहले ही अपनाना चाहिए था। विधायक ने जिला रेवाड़ी में अपनाएं डिजिटलाईजेशन कार्य की प्रंशसा करते हुए कहा कि आमजन को काफी राहत मिली है। कामन सर्विस सेंटर या कहिए अटल सेवा केंद्रों के माध्यम से अपने गांव में ही जिला मुख्यालय और उपमंडल मुख्यालय की सेवाएं ऑन लाईन मिल रही हैं। यह सुशासन की तरफ बढ़ते कदम बदलाव का संकेत है।
ऑनलाईन सेवाएं मुहैया करवाने में रेवाड़ी अग्रणी: उपायुक्त
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने कहा कि रेवाड़ी जिला प्रशासन ई-प्रणाली को बेहतर ढंग अपना रहा है । जिला मुख्यालय पर सरल केंद्र और उपमंडल स्तर पर अंतोदय सरल केंद्र सहित जिला भर में 350 अटल सेवा केंद्र आमजन से सीधे जुड़े 38 विभागों की लगभग 514 सेवाओं व योजनाओं का लाभ ऑनलाईन मुहैया करवाया जा रहा है। इनमें 236 योजनाएं व 278 सेवाएं शामिल हैं। उपायुक्त ने कहा कि रेवाड़ी जिला ऑन लाईन सेवाओं का लाभ देने में प्रदेश भर में पिछले तीन महिनों से अग्रणी स्थान बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि आज माननीय मुख्यमंत्री महोदय सश्ुाासन दिवस पर विभिन्न विभागों की और 30 सेवाओं को ऑनलाइन शुरू करने का शुभारंभ किया है। उपायुक्त ने कहा कि जिला रेवाड़ी प्रशासन आमजन को तय समय सीमा में सेवाएं मुहैया करवाने के लिए दृढ़ संकल्प है और निरंतर बेहतरी के लिए कार्य कर रहा है।
आधुनिक अभिलेख कक्ष में उपलब्ध सेवाएं
जनता को राजस्व रिकार्ड से संबंधित इंतकाल, जमाबंदी फर्द आदि अब सरलता से प्राप्त हो सकेंगी। माऊस की एक क्लिक पर सभी प्रकार की नकल तुरंत प्राप्त होंगी। राजस्व रिकाड पूर्व रूप से कम्प्यूटर एवं साफ्टवेयर पर उपलब्ध होगा। रिकार्ड सुरक्षित रहेगा।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप दहिया, एसडीएम रेवाड़ी रविन्द्र यादव, नगराधीश विकास यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष योगेन्द्र पालीवाल वाइस चेयरमैन हरियाणा सफाई कर्मचारी आयोग कृष्ण कुमार, विनय कुमार, अमरजीत, करूणा पांडे, हरिओम, रमन, मनीष कुमार साहिल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति व अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने संबोधन में कहा कि राजनेताओं से लेकर अधिकारी-कर्मचारी तक की जिम्मेदारी है कि जनता की समर्पित भाव से सेवा करें। हम सबके मन में यह भाव जागना ही सुशासन है। सबके साथ न्याय का भाव मन में रखना और आमजन को बिना बाधा सेवाओं व योजनाओं की डिलीवरी करना ही हमारा ध्येय होना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के लिए नई ई-सेवाओं का शुभारंभ किया और विभाग, जिला व प्रदेश स्तर पर उत्कृष्टï कार्य करने वाले कर्मचारियों के लिए प्रतिवर्ष पुरस्कार शुरू करने की भी घोषणा की। उन्होंने अधिकारियों-कर्मचारियों से सीधा संवाद स्थापित करते हुए उनके सवालों के जवाब दिए व जिज्ञासाओं का तर्कसंगत ढंग से समाधान किया।
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर सुशासन दिवस कार्यक्रम की शुरुआत का मकसद आमजन को मिलने वाली सेवाओं व योजनाओं के प्रति हमारी जिम्मेदारी व प्रतिबद्घता के भाव का अहसास करना है। चाहे मुख्यमंत्री हो या किसी विभाग का कोई कर्मचारी, हम सब जनता की सेवा के लिए हैं। सरकार व प्रशासन आपस में मिलकर ही अच्छा शासन दे सकते हैं और इसे अच्छा व बाधारहित बनाने के लिए संवेदनशील भाव मन में रखना जरूरी है। यह सरकार जनता के प्रति पूर्ण उत्तरदायित्व का भाव रखती है और हम जन-जन की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए समर्पित हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर कर्मचारी-अधिकारी को यह समझना चाहिए कि हमें जो वेतन मिलता है उसकी एवज में मैं क्या कर रहा हूं। जनता के हित में हमें नियमों को उदार व सरल बनाने का प्रयास करना चाहिए। सरकार द्वारा भ्रष्टïाचार को किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। भ्रष्टïाचार को खत्म करने के लिए सरकार ने योजनाओं का विकेन्द्रीकरण किया है। अधिकारियों-कर्मचारियों को हिपा के माध्यम से प्रशिक्षण व रिफ्रेशिंग कोर्स करवाए जाएंगे ताकि वे अपने कार्य में अधिक निपुण बन सकें व जनता के प्रति जिक्वमेदारी के भाव के साथ कार्य कर सकें। मुक्चयमंत्री ने 2014 के बाद जनता के हित में शुरू की गई योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 को सुशासन संकल्प वर्ष के रूप में मनाया जाएगा और सुधार के विचारों को लागू किया जाएगा। आमजन से सुधार के विचार लेने के लिए वेबसाइट भी बनाई जाएगी। मेहनती, जिम्मेदार व कर्तव्यपरायण अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक विभाग, जिला व प्रदेश स्तर पर अच्छा काम करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जाएगा। इसके लिए प्रतिवर्ष प्रदेश में 500 पुरस्कार दिए जाएंगे और इसे अगले वर्ष 25 दिसंबर से शुरू किया जाएगा।
सरकारी कर्मचारी और अधिकारी सुशासन की नींव: सुरीना राजन
सरकारी कर्मचारी और अधिकारी सुशासन की नींव है। प्रशासन आमजन को ईमानदारी, मेहनत, पारदर्शिता, तय समयसीमा, गुणवतापूर्वक सेवाएं मुहैया करवाएं यह सुशासन का सूचक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरकार ने सरकारी व्यवस्था में ई-प्रणाली और डिजिटलाईजेशन कार्यप्रणाली अपनाकर काफी हद तक पारदर्शी और निष्पक्ष व्यवस्था कायम की है। शासन व प्रशासन की कार्यप्रणाली में नई-नई तकनीक का बेहतर उपयोग हो , लोगों को ई-प्रणाली के माध्यम से सरकारी कार्यालयों में आने के बजाए घर या अपने मोबाइल से योजनाओं व सरकारी सेवाओं का लाभ मिले, यह हमारी सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए। तभी हम भारत रत्न एवं पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सुशासन के सपनों को साकार कर पाएंगे। वाजपेयी जी ने सुशासन की नींव रखी और स्वर्ण चतुर्भुज योजना से भारत को जोडऩे का काम किया। सुशासन दिवस पर जिला स्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अपना संबोधन देते हुए सुरीना राजन महानिदेशक हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) ने यह बात कही। उन्होंने लघु सचिवालय स्थित राजस्व विभाग का रिकार्ड सुव्यवस्थित ढंग से डिजिटलाईजेशन के रूप में रखने और आमजन को तत्पर मुहैया करवाने के लिए तैयार किए आधुनिक अभिलेख कक्ष का शुभारंभ किया।
अटल ने रखी सुशासन की नींव : लक्ष्मन सिंह
कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत हुए विधायक लक्ष्मन सिंह यादव ने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की शासन-प्रशासन का कम से कम हस्तक्षेप हो और आमजन को बेहतर सुविधाएं मिले। सही मायनों में दश्ेा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सुशासन की नीवं रखी थी। पीएम मोदी और सीएम मनोहर लाल ने अटल के सपनों को साकार करने के लिए वर्ष 2014 से ई-प्रणाली पर फोकस किया और सरकारी विभागों में डिजिटलाईजेशन प्रक्रिया शुरू की। उन्होंने कहा कि दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए डिजिटल सिस्टम को वर्ष 2014 से पहले ही अपनाना चाहिए था। विधायक ने जिला रेवाड़ी में अपनाएं डिजिटलाईजेशन कार्य की प्रंशसा करते हुए कहा कि आमजन को काफी राहत मिली है। कामन सर्विस सेंटर या कहिए अटल सेवा केंद्रों के माध्यम से अपने गांव में ही जिला मुख्यालय और उपमंडल मुख्यालय की सेवाएं ऑन लाईन मिल रही हैं। यह सुशासन की तरफ बढ़ते कदम बदलाव का संकेत है।
ऑनलाईन सेवाएं मुहैया करवाने में रेवाड़ी अग्रणी: उपायुक्त
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने कहा कि रेवाड़ी जिला प्रशासन ई-प्रणाली को बेहतर ढंग अपना रहा है । जिला मुख्यालय पर सरल केंद्र और उपमंडल स्तर पर अंतोदय सरल केंद्र सहित जिला भर में 350 अटल सेवा केंद्र आमजन से सीधे जुड़े 38 विभागों की लगभग 514 सेवाओं व योजनाओं का लाभ ऑनलाईन मुहैया करवाया जा रहा है। इनमें 236 योजनाएं व 278 सेवाएं शामिल हैं। उपायुक्त ने कहा कि रेवाड़ी जिला ऑन लाईन सेवाओं का लाभ देने में प्रदेश भर में पिछले तीन महिनों से अग्रणी स्थान बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि आज माननीय मुख्यमंत्री महोदय सश्ुाासन दिवस पर विभिन्न विभागों की और 30 सेवाओं को ऑनलाइन शुरू करने का शुभारंभ किया है। उपायुक्त ने कहा कि जिला रेवाड़ी प्रशासन आमजन को तय समय सीमा में सेवाएं मुहैया करवाने के लिए दृढ़ संकल्प है और निरंतर बेहतरी के लिए कार्य कर रहा है।
आधुनिक अभिलेख कक्ष में उपलब्ध सेवाएं
जनता को राजस्व रिकार्ड से संबंधित इंतकाल, जमाबंदी फर्द आदि अब सरलता से प्राप्त हो सकेंगी। माऊस की एक क्लिक पर सभी प्रकार की नकल तुरंत प्राप्त होंगी। राजस्व रिकाड पूर्व रूप से कम्प्यूटर एवं साफ्टवेयर पर उपलब्ध होगा। रिकार्ड सुरक्षित रहेगा।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप दहिया, एसडीएम रेवाड़ी रविन्द्र यादव, नगराधीश विकास यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष योगेन्द्र पालीवाल वाइस चेयरमैन हरियाणा सफाई कर्मचारी आयोग कृष्ण कुमार, विनय कुमार, अमरजीत, करूणा पांडे, हरिओम, रमन, मनीष कुमार साहिल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति व अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
- राजेश शर्मा, ग्राम समाचार रेवाड़ी।
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