ग्राम समाचार, रेवाड़ी (हरियाणा)। उत्तर भारत भारी बर्फ़बारी के चलते मैदानी इलाकों में ठण्ड और शीतलहर का दौर जारी है। ठण्ड और शीतलहर के कारण आम जनजीवन काफी प्रभावित हो रहा है। दिसम्बर माह के अंत में पड़ रही कड़ाके की ठण्ड से राहत मिलने के अभी कोई आसार दिखाई नहीं दे रहे है।
सर्दी का सितम रेवाड़ी में भी बना हुआ है जहां लोग ठण्ड से बचाव के लिए गर्म कपडे पहन रहे है और अलाव सेक कर खुद का बचाव कर रहे है। कड़ाके की ठण्ड में लोगो का घर से बाहर निकलना दूभर हो रहा है। लोग अपने घरों में दुबके हुए है मज़बूरी में या जरुरी काम से ही बाहर निकलना पड़ रहा है। सुबह शाम घना कोहरा छाया रहता है जिस कारण जल्दी ही अँधेरा हो जाता है और देर से सुबह होती है।
कोहरे का असर ट्रेनों के संचालन पर भी पड़ रहा है। अधिकांश ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही है। हालाँकि दिन में हलकी धुप निकलने से थोड़ी राहत मिलती है लेकिन शाम होते-होते तापमान फिर लुढ़क जाता है।
ठण्ड ने पिछले कई वर्षो का रिकॉर्ड तोड़ दिया
मौसम वैज्ञानिको के मुताबिक इस बार ठण्ड ने पिछले कई वर्षो का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग की माने तो फ़िलहाल नए साल तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा और जनवरी के प्रथम सप्ताह में मौसम में बदलाव आएगा व हलकी बारिस और बूंदाबांदी की संभावना के साथ ठंड बनी रहेगी।
सर्दी का सितम रेवाड़ी में भी बना हुआ है जहां लोग ठण्ड से बचाव के लिए गर्म कपडे पहन रहे है और अलाव सेक कर खुद का बचाव कर रहे है। कड़ाके की ठण्ड में लोगो का घर से बाहर निकलना दूभर हो रहा है। लोग अपने घरों में दुबके हुए है मज़बूरी में या जरुरी काम से ही बाहर निकलना पड़ रहा है। सुबह शाम घना कोहरा छाया रहता है जिस कारण जल्दी ही अँधेरा हो जाता है और देर से सुबह होती है।
कोहरे का असर ट्रेनों के संचालन पर भी पड़ रहा है। अधिकांश ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही है। हालाँकि दिन में हलकी धुप निकलने से थोड़ी राहत मिलती है लेकिन शाम होते-होते तापमान फिर लुढ़क जाता है।
ठण्ड ने पिछले कई वर्षो का रिकॉर्ड तोड़ दिया
मौसम वैज्ञानिको के मुताबिक इस बार ठण्ड ने पिछले कई वर्षो का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग की माने तो फ़िलहाल नए साल तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा और जनवरी के प्रथम सप्ताह में मौसम में बदलाव आएगा व हलकी बारिस और बूंदाबांदी की संभावना के साथ ठंड बनी रहेगी।
- राजेश शर्मा, ग्राम समाचार रेवाड़ी।
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