ग्राम समाचार(गोड्डा)। गुरुवार को उपायुक्त श्रीमती किरण पासी के निदेश पर स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत सभी प्रखंड के केटीएस, एमटीएस, एमपीडब्लू, एसआई, सोशल वर्कर, एएनएम्, सहिया आदि सुदूर गाँव-गाँव जाकर संभावित कालाजार, दमा के रोगियों की खोज कर जाँच एवं इलाज की गई।
इसी क्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोड्डा सदर के दामा उप स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत सहरी, कल्हाजोर एवं झिलवा गांव में केटीएस उषा किरण द्वारा कालाज़ार सघन खोज कार्यक्रम का नीरक्षण किया गया। इस दौरान सहरी गाँव कल्हाजोर गाँव,झिलवा गाँव में मनोज मिर्धा, किशना मिर्धा, राजमुनि देवी, हेमा देवी,लखीराम हेम्ब्रम, धुमाइ सोरेन, ताला पकु मुर्मू, लुखी मुर्मू, दामा गांव में भूदेव साह, पिंकी देवी, बेटका मुर्मू, मिरू हेम्ब्रम सहित दर्जनों ग्रामीणों से मिलकर उनका हाल जाना तथा उन्हें कालाज़ार रोग के लक्षण बताते हुए संभावित रोगियों की जानकारी ली। साथ ही, उन्हें वेक्टर जनित रोगों यथा, कालाज़ार, मलेरिया, फ़ाइलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, जापानी इन्सेफ्लिटिस आदि के विषय में जानकारी दी।
बताया कि संभावित रोगी होने पर वे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाँच करा सकते हैं अथवा जिला अस्पताल में भी जाँच करा सकते हैं, इस कार्य में सहिया उन्हें सहायता करेंगी। जाँच और उपचार सरकार द्वारा निशुल्क किया जाता है। यही नहीं, कालाज़ार रोग होने पर पीड़ित को श्रम क्षति पूर्ति के रूप में सहायता राशि भी दी जाती है।
इस अभियान में दामा की सहिया रेखा देवी,स्वास्थ्य विभाग के कर्मी नियमित रूप से क्षेत्र भ्रमण कर, संभावित रोगियों की खोज कर, जाँच के साथ इलाज कर लोगों को जागरूक भी की।
उन्होंने आमजन से आग्रह है कि यदि घर में या गाँव, पड़ोस में आपके संज्ञान में कोई ऐसे संभावित रोगी आते हैं तो वे निःसंकोच गाँव की सहिया से मिलकर अथवा नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर चिकित्सीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए सरकार की ओर से जाँच तथा इलाज निशुल्क है।
श्रीमती किरण पासी कहा कि जिले में कालाज़ार के उन्मूलन को लेकर वे अत्यंत ही गंभीर हैं इसकी समीक्षा बैठकों में स्वयं इसकी प्रगति को मॉनिटर करती हैं। कहा कि इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मी भी पूरी निष्ठा से कार्य में लगे हैं। जिसका परिणाम गत वर्षों में जिले में कालाज़ार के नियंत्रण में अच्छी प्रगति देखी गयी है।
इसी क्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोड्डा सदर के दामा उप स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत सहरी, कल्हाजोर एवं झिलवा गांव में केटीएस उषा किरण द्वारा कालाज़ार सघन खोज कार्यक्रम का नीरक्षण किया गया। इस दौरान सहरी गाँव कल्हाजोर गाँव,झिलवा गाँव में मनोज मिर्धा, किशना मिर्धा, राजमुनि देवी, हेमा देवी,लखीराम हेम्ब्रम, धुमाइ सोरेन, ताला पकु मुर्मू, लुखी मुर्मू, दामा गांव में भूदेव साह, पिंकी देवी, बेटका मुर्मू, मिरू हेम्ब्रम सहित दर्जनों ग्रामीणों से मिलकर उनका हाल जाना तथा उन्हें कालाज़ार रोग के लक्षण बताते हुए संभावित रोगियों की जानकारी ली। साथ ही, उन्हें वेक्टर जनित रोगों यथा, कालाज़ार, मलेरिया, फ़ाइलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, जापानी इन्सेफ्लिटिस आदि के विषय में जानकारी दी।
बताया कि संभावित रोगी होने पर वे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाँच करा सकते हैं अथवा जिला अस्पताल में भी जाँच करा सकते हैं, इस कार्य में सहिया उन्हें सहायता करेंगी। जाँच और उपचार सरकार द्वारा निशुल्क किया जाता है। यही नहीं, कालाज़ार रोग होने पर पीड़ित को श्रम क्षति पूर्ति के रूप में सहायता राशि भी दी जाती है।
इस अभियान में दामा की सहिया रेखा देवी,स्वास्थ्य विभाग के कर्मी नियमित रूप से क्षेत्र भ्रमण कर, संभावित रोगियों की खोज कर, जाँच के साथ इलाज कर लोगों को जागरूक भी की।
उन्होंने आमजन से आग्रह है कि यदि घर में या गाँव, पड़ोस में आपके संज्ञान में कोई ऐसे संभावित रोगी आते हैं तो वे निःसंकोच गाँव की सहिया से मिलकर अथवा नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर चिकित्सीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए सरकार की ओर से जाँच तथा इलाज निशुल्क है।
श्रीमती किरण पासी कहा कि जिले में कालाज़ार के उन्मूलन को लेकर वे अत्यंत ही गंभीर हैं इसकी समीक्षा बैठकों में स्वयं इसकी प्रगति को मॉनिटर करती हैं। कहा कि इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मी भी पूरी निष्ठा से कार्य में लगे हैं। जिसका परिणाम गत वर्षों में जिले में कालाज़ार के नियंत्रण में अच्छी प्रगति देखी गयी है।
- ग्राम समाचार (गोड्डा)।
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