ग्राम समाचार,भागलपुर। विगत तीन वर्षों से लगातार हेमन ट्रॉफी में भागलपुर क्रिकेट टीम से खेलते हुए शानदार आक्रमक बल्लेबाजी करने वाले बासुकीनाथ का चयन काफी लंबे इंतज़ार के बाद बिहार के रणजी टीम किया गया है। पिछले दो सालों (2018 एवं 2019) से बासुकी भागलपुर क्रिकेट टीम के कप्तान हैं।
अपनी कप्तानी में उन्होंने भागलपुर क्रिकेट टीम को हेमन ट्रॉफी 2018 में चैंपियन बना बिहार की नंबर वन टीम बनाया। 2019 के हेमन ट्राफी में भी उनकी कप्तानी में भागलपुर बिहार में सारे जिलों में टॉप पर रही। बासुकीनाथ ने बचपन से ही भागलपुर क्रिकेट एकेडमी में वरीय क्रिकेट कोच सुबीर मुखर्जी उर्फ मामू की देखरेख में क्रिकेट सीखा है। जब बिहार को क्रिकेट में मान्यता नहीं था, तब अपने क्रिकेट कोच सुबीर मुखर्जी उर्फ मामू के कहने पर 2007 में बासुकी झारखंड चले गए और वहां कड़ी मेहनत और अपने बल्लेबाजी के दम पर 2008 और 2009 में झारखंड अंडर - 22 में जगह बनाई। 2014-15 में झारखंड के लिए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेली। 2015-16 में झारखंड रणजी टीम का सदस्य रहे। बिहार को क्रिकेट में मान्यता मिलने के बाद उनके कोच सुबीर मुखर्जी उर्फ मामू ने उन्हें झारखंड से बिहार खेलने के लिए बुला लिया। भागलपुर जिला क्रिकेट लीग में यूथ कार्नर से खलने वाले बासुकीनाथ इसके बाद लगातार हेमन ट्रॉफी में भागलपुर से खेलते हुए बल्लेबाजी में बेहतर प्रदर्शन किए जा रहे थे। उसी का नतीजा है कि लंबे इंतजार के बाद उनका चयन बिहार की रणजी टीम में किया गया है। उनके चयन पर भागलपुर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष नरेंद्र शंकर सहाय, सचिव डॉ. आनंद मिश्रा, संयुक्त सचिव सुबीर मुखर्जी उर्फ मामू, कोषाध्यक्ष डॉ. जयशंकर ठाकुर, संयोजक मो. फारूक आजम, हसन खान, जगदीश शर्मा, बैद्यनाथ मिश्रा, गुड्डू पांडे, करूण सिंह एवं खिलाड़ी व खेल प्रेमियों ने बधाई और शुभकामनाएं दी है।
बिजय शंकर, ग्राम समाचार, भागलपुर
अपनी कप्तानी में उन्होंने भागलपुर क्रिकेट टीम को हेमन ट्रॉफी 2018 में चैंपियन बना बिहार की नंबर वन टीम बनाया। 2019 के हेमन ट्राफी में भी उनकी कप्तानी में भागलपुर बिहार में सारे जिलों में टॉप पर रही। बासुकीनाथ ने बचपन से ही भागलपुर क्रिकेट एकेडमी में वरीय क्रिकेट कोच सुबीर मुखर्जी उर्फ मामू की देखरेख में क्रिकेट सीखा है। जब बिहार को क्रिकेट में मान्यता नहीं था, तब अपने क्रिकेट कोच सुबीर मुखर्जी उर्फ मामू के कहने पर 2007 में बासुकी झारखंड चले गए और वहां कड़ी मेहनत और अपने बल्लेबाजी के दम पर 2008 और 2009 में झारखंड अंडर - 22 में जगह बनाई। 2014-15 में झारखंड के लिए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेली। 2015-16 में झारखंड रणजी टीम का सदस्य रहे। बिहार को क्रिकेट में मान्यता मिलने के बाद उनके कोच सुबीर मुखर्जी उर्फ मामू ने उन्हें झारखंड से बिहार खेलने के लिए बुला लिया। भागलपुर जिला क्रिकेट लीग में यूथ कार्नर से खलने वाले बासुकीनाथ इसके बाद लगातार हेमन ट्रॉफी में भागलपुर से खेलते हुए बल्लेबाजी में बेहतर प्रदर्शन किए जा रहे थे। उसी का नतीजा है कि लंबे इंतजार के बाद उनका चयन बिहार की रणजी टीम में किया गया है। उनके चयन पर भागलपुर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष नरेंद्र शंकर सहाय, सचिव डॉ. आनंद मिश्रा, संयुक्त सचिव सुबीर मुखर्जी उर्फ मामू, कोषाध्यक्ष डॉ. जयशंकर ठाकुर, संयोजक मो. फारूक आजम, हसन खान, जगदीश शर्मा, बैद्यनाथ मिश्रा, गुड्डू पांडे, करूण सिंह एवं खिलाड़ी व खेल प्रेमियों ने बधाई और शुभकामनाएं दी है।
बिजय शंकर, ग्राम समाचार, भागलपुर
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