ग्राम समाचार, भागलपुर। लॉक डाउन के प्रावधानों के अनुरूप मंगलवार को भाकपा-माले व ऐक्टू ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेदकर की 129वीं जयन्ती विकेंद्रित तरीके से मनायी और संविधान की रक्षा व बाबा साहेब के सपनों के भारत निर्माण की लड़ाई को जारी रखने का संकल्प दोहराया। भाकपा-माले के नागर प्रभारी व ऐक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त ने मोहनपुर (नाथनगर) में डॉ. अम्बेदकर की तस्वीर के समक्ष कैंडल जला कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए परिवार व आस - पास के अन्य लोगों ने निम्न 5 सूत्री संकल्प का पाठ किया। बाबा साहेब डॉ. भीम राव अम्बेडकर के 129 वें जन्म दिवस के मौके पर हम सभी उनके द्वारा बनाये गए अपने देश के संविधान की रक्षा व उनके सपनों के भारत निर्माण के लिए लड़ाई जारी रखने का संकल्प लेते हैं। हमारा संविधान अपने नागरिकों को बिना कोई भेदभाव किये आजादी, भाईचारा, न्याय, समता व खुशहाली को हासिल करने का अधिकार देता है । हम इन अधिकारों पर किए जानेवाले हमले की भर्त्सना करते हैं और उनकी रक्षा का संकल्प लेते हैं। पूरी दुनिया के साथ हमारा देश भी अभूतपूर्व कोरोना महामारी जनित लॉकडाउन से गुजर रहा है। करोड़ो मजदूर बेरोजगार हो चुके हैं। बीसियों लाख गरीब परिवार भुखमरी झेल रहे हैं। केंद्र की मोदी सरकार समेत कई राज्यों की सरकारों ने उन्हें इस भीषण संकट की घड़ी में भी बेबस व बेसहारा छोड़ दिया है। हम इन निकम्मी व निर्लज्ज सरकारों से पीड़ित हो रहे गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को तुरंत नकद रकम भेजने और उनके बीच खाद्य का वितरण करने की पुरजोर मांग करते हैं। बाबा साहेब ने अंधविश्वास और पूर्वाग्रहों के खिलाफ जनता को शिक्षित करने का जो संदेश दिया था, उसी भावना के साथ हम इस लाॅकडाउन के दौरान जिन लोगों को अपनी अस्तित्व - रक्षा और गुजर - बसर के लिये सहारे और मदद की जरूरत है, हम उन्हें मदद पहुंचाने और इस काम में सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प लेते हैं। डॉक्टर अम्बेडकर की मुक्तिकामी विरासत को याद करते हुए हम मानवाधिकारों और सभी नागरिकों के लिए संवैधानिक आजादी की सम्पूर्ण सुरक्षा की मांग करते हैं तथा इसके लिए संघर्ष करने का संकल्प लेते हैं। कोरोना महामारी सबसे पहले चीन के वुहान शहर में फैली. इस बहाने अमरीका और यूरोप की नस्लवादी ताक़तें चीन पर दोषारोपण कर रही हैं। भारत में भी संघ-गिरोह और गोदी मीडिया चीन के साथ-साथ ही मुसलमानों, कहीं दूसरी जगह पढ़ाई या काम कर रहे अपने ही देश के उत्तर-पूर्वी राज्यों के लोगों (जिनकी सूरत चीन के लोगों जैसी दिखती है), कोविड वायरस से संक्रमित होने के संदेह वाले लोगों और डॉक्टरों एवं कोविड के मरीज़ों की देखभाल कर रहे लोगों को वायरस फैलाने वाला बता कर ज़हर उगल रहे हैं। इस तरह महामारी के बहाने मनुवादियों द्वारा दलितों पर ऐतिहासिक तौर पर थोपी जानेवाली अस्पृश्यता का विस्तार किया जा रहा है। अस्पृश्यता व साम्प्रदायिकता का यह वायरस कोरोना वायरस से कम खतरनाक नहीं है। सामाजिक समरूपता के लिए जिहाद के महानायक बाबासाहेब के जन्म दिवस के मौके पर हम सभी लोग अपनी पूरी ताक़त से भेद - भाव व साम्प्रदायिकता के वायरस का प्रतिकार करने का संकल्प लेते हैं।
श्रद्धांजलि देने व संकल्प लेने वालों में भाकपा-माले के नगर प्रभारी व ऐक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त, जगदीश दास, प्रमीला देवी, नूतन कुमारी, सपना कुमारी, कोमल कुमारी, नेता कुमारी, रविकिशन, सोमराज, अजयराज, सन्नी कुमार, राजकुमार, सुमित कुमार, अमीर कुमार, राजहंस, आदित्य, सुहानी आदि शामिल रहे। भाकपा-माले के राज्य कमिटी सदस्य व ऐक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एस के शर्मा ने हनुमाननगर में डॉ. अम्बेडकर के तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उपरोक्त 5 सूत्री संकल्प को दोहराया। इस अवसर पर उषा शर्मा, स्मिता व अरुणाभ शेखर आदि मौजूद रहे। नाथनगर में असंगठित कामगार महासंघ के राज्य सचिव सुभाष कुमार, सुरखीकल स्थित यूनियन कार्यालय* में भाकपा-माले के जोनल सचिव अमर कुमार, करण कुमार, दीपक कुमार, साहेबगंज में भाकपा-माले के जिला कमिटी सदस्य विष्णु कुमार मंडल, इशाकचक में बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन के जिला उपाध्यक्ष अमित गुप्ता व स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के राज्य सचिव मनोज कृष्ण सहाय, सीटीएस में प्रवीण कुमार पंकज, नसरतखानी में लूटन तांती, शाहजंगी में इंसाफ मंच के जिला महासचिव सैय्यद बसर अली आदि ने भी अपने-अपने आवास पर परिवार वालों के साथ डॉ. अम्बेदकर को श्रद्धांजलि दी और उपरोक्त 5 सूत्री संकल्प दोहराया।
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