ग्राम समाचार,बांका। जिला पदाधिकारी सुहर्ष भगत की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में कृषि टास्क फोर्स की बैठक की गई। बैठक में फसल अच्छादन,वर्षापात, प्रधानमंत्री किसान सम्मान, पशु पालन,आत्मा उधान समेत विभिन्न विभागों के कार्यो की समीक्षा की गई। जिले में अभी धान के रोपनी हेतु काफी कम बिछड़ा गिराया गया है। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि पूरे बिहार में बांका जिले में सबसे अंत में धान की रोपनी होती है। बिहार में सबसे पहले बेतिया जिले में धान की रोपनी होती है। विलंब से धान की रोपनी के कारण ही बिछड़ा विलंब से गिराया जाता है। जिला पदाधिकारी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान के तहत लंबित आवेदनों का शीघ्र निष्पादन का निर्देश दिया। आत्मा के तहत मधुमक्खी पालन एवं लेमन ग्रास की खेती पर किसानों को प्रशिक्षित करने का दिशा निर्देश दिया। जिला पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि टिड्डी दल के संभावित आक्रमण से बचाव हेतु की गई तैयारियों की विशेष समीक्षा की जाए। सहायक निदेशक,पौधा संरक्षण ने बताया कि टिड्डी दलों के संबंधित आक्रमण से बचाव हेतु जिला, प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर समितियों का गठन कर दिया गया है।
इसके संबंध में किसानों को जागरूक करने हेतु प्रत्येक पंचायत में जागरूकता अभियान चलाया गया है। प्रशासनिक तैयारी के रूप में फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को तैयार रखा गया है। जिले में क्लोरपायरिफास 50%EC, क्लोरपायरिफास 20%EC, फिफ्रोनिल 20%SC, लेंम्बड़ासायहेलोथ्रीन 5%EC एवं डेल्टामेंथ्रीन 2.8%EC दवा का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है।समीक्षा के क्रम में यह जानकारी मिली कि सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण के द्वारा अभी तक किसी भी दवाई की उपलब्धता की सत्यता जांच हेतु भौतिक सत्यापन नहीं किया गया है। सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण को इसके लिए जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगाई। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी बांका, जिला पशुपालन पदाधिकारी बांका, जिला मत्स्य पदाधिकारी बांका सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
इसके संबंध में किसानों को जागरूक करने हेतु प्रत्येक पंचायत में जागरूकता अभियान चलाया गया है। प्रशासनिक तैयारी के रूप में फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को तैयार रखा गया है। जिले में क्लोरपायरिफास 50%EC, क्लोरपायरिफास 20%EC, फिफ्रोनिल 20%SC, लेंम्बड़ासायहेलोथ्रीन 5%EC एवं डेल्टामेंथ्रीन 2.8%EC दवा का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है।समीक्षा के क्रम में यह जानकारी मिली कि सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण के द्वारा अभी तक किसी भी दवाई की उपलब्धता की सत्यता जांच हेतु भौतिक सत्यापन नहीं किया गया है। सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण को इसके लिए जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगाई। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी बांका, जिला पशुपालन पदाधिकारी बांका, जिला मत्स्य पदाधिकारी बांका सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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