ग्राम समाचार, दुमका। दुमका के मसलिया के कोलारकांदा पंचायत अंतर्गत डिमूडीह गांव के लोग जोरिया का पानी पीने के लिए आज भी वेवश हैं। गांव की महिलाओं को अब तो इसकी आदत सी पड़ गयी है। छः महीने पहले गांव का चापाकल बंद है । तब से गांव की महिलाएं एक किलोमीटर दूर से डिमूडीह जोरिया से माथे पर पानी ढोकर लाती है। समस्या एक दो माह की नहीं यह छह महीनों की है। अब तो डिमूडीह की महिलाएं बिना हाथ लगाए माथे पर मटका लेकर चलने की आदत पड़ गयी है। गांव में चापाकल तो है पर किसी काम का नहीं।
 |
डिमूडीह की ग्रामीण महिलायें ख़राब चापाकल के सामने मरम्मत की मांग करते |
पंचायत के जनप्रतिनिधि भी खराब चापाकल जैसे कहने पर भी काम का नहीं है। ग्रामीणों ने कह कर तो देखी पर नतीजा शून्य आया। आज 30 परिवार के 150 लोग गंदे जोरिये का पानी पी रहा है। इस संदर्भ में पंचायत के मुखिया ज्योति टू डू पंचायत के पंचायत सेवक हाकिम से संपर्क करने की कोशिश की गई पर मोबाइल स्विच ऑफ बताया पंचायत में कोई कर्मी नहीं दिखे । प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार से बात करने पर पंचायत व पेयजल विभाग का मामला है कहकर कन्नी काटते दिखे।
केसरीनाथ, ग्राम समाचार, मसलिया(दुमका)
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें