ग्राम
समाचार मिहिजाम:
जनजातीय
संध्या डिग्री महाविद्यालय मिहिजाम राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई-01 के स्वयंसेवकों
ने मंगलवार को हुल दिवस के शुभ अवसर पर केलाही डुंगरीपाड़ा में शहीद सिद्धो-कान्हू
के वेदी पर माल्यार्पण किया एवं एनएसएस टीम लीडर धर्मेंद्र तिवारी ने कहा हुल
क्रांति दिवस प्रत्येक वर्ष 30 जून को मनाया जाता है। भारतीय इतिहास में स्वाधीनता
संग्राम की पहली लड़ाई वैसे तो सन 1857 में मानी जाती है। किंतु इसके पहले ही
वर्तमान झारखंड राज्य के संथाल परगना में संथाल हूल और संथाल विद्रोह के द्वारा
अंग्रेजों को भारी क्षति उठानी पड़ी थी। सिद्धो कान्हु दो भाइयों के नेतृत्व में
30 जून 1885 को वर्तमान साहिबगंज जिले के भगनाडीह ग्राम में से प्रारंभ हुए। इस
विद्रोह के मौके पर सिद्धो कान्हु ने घोषणा की थी की “करो या मरो अंग्रेजों हमारी
माटी छोड़ो”। स्वयंसेवक सोखी मंडल ने कहा हम सभी सिद्धो कान्हु, चांद भैरव जैसे
क्रांतिकारी के चरणों में पुष्प अर्पण करके संकल्प लेते हैं। कि देश की आन बान शान
के लिए अपनी जान निछावर कर देंगे। मौके पर कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो० राम प्रकाश
दास ने भी माल्यार्पण किया और स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम
पदाधिकारी के साथ विवेक कुमार, सोमेश कुमार वर्मा, रतिकांत बावरी, दिनेश बावरी आदि
उपस्थित थे।
रोहित
शर्मा, ब्यूरो, जामताड़ा
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