ग्राम समाचार, पाकुड़। स्थानीय सिद्धो कान्हो मुर्मू पार्क पाकुड़ में हुल विद्रोह के क्रांतिकारी अमर शहीद सिद्धो कान्हो के प्रतिमा के चरणों में पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया गया और उसके प्रासंगिकता पर चर्चा किया गया।कार्यक्रम का नेतृत्व भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री सुलेमान मुर्मू ने किया।मौके पर उपस्थित भाजपा नेता हिसाबी राय,नगर उपाध्यक्ष मनीष कुमार पांडेय,अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष सादेकुल आलम,महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष शाबरी पाल,अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष मंजूर आलम,भाजयुमो के जिला महामंत्री अनिकेत गोस्वामी ने संयुक्त रूप से सिद्धो कान्हो के प्रतिमा के चरणों में पुष्प अर्पित किया इस अवसर पर सुलेमान मुर्मू ने कहा कि आज से 165 वर्ष पहले जब संपूर्ण भारतवर्ष में ब्रिटिश हुकूमत का राज था,लोग कहते हैं कि ब्रिटिश शासन का सूरज कभी नहीं अस्त नहीं होता था, वैसी परिस्थिति में चंद लोगों ने अंग्रेजी सत्ता से संघर्ष किया,सिद्धो कान्हो,चांद भैरव,फूलो झानो जैसे क्रांतिकारी शहीदों ने जमीनदारी,अतिरिक्त लगान,जबरन वसूली,अत्याचार के खिलाफ ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ संघर्ष किया।श्री मुर्मू ने कहा कि संथाल परगना के मशहूर संथाल विद्रोह जिसे संथाल हूल के नाम से भी जाना जानते हैं अट्ठारह सौ पचपन से अट्ठारह सौ छप्पन तक एक वर्ष तक सिद्धो कान्हो के नेतृत्व में अपने जल जंगल जमीन को बचाने के लिए बीस हजार से अधिक आदिवासी शहीद हो गए थे,सिद्धो कान्हो ने अपनी जंगल जमीन को बचाने के लिए अंग्रेजी सत्ता के खिलाफ आवाज उठाया था।आज झारखंड के नायकों को भुलाया नहीं जा सकता।हूल दिवस को भारत का पहली जन क्रांति का नाम दिया गया था,ऐसे वीरों शहीदों को शत-शत नमन् कार्यक्रम में सुभाष किस्कु, बहादुर मंडल,रंजीत राम,डालीम शेख, मोनू जयसवाल,दिनेश मंडल,भवानन्द मंडल,राजेश शाह,मनोरमा देवी,सुनील सिंह चंद्रवंशी,पिंटू मंडल के आलवे इत्यादि मौजूद थे।
ग्राम समाचार, बिक्की भगत पाकुड़।
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