ग्राम समाचार महागामा, ब्यूरो रिपोर्टः- संयुक्त मोर्चा कोयला उद्योग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि कोयला उद्योग में निजी कंपनियों तथा उद्योगपतियों के द्वारा कमर्शियल माइनिंग लाने हेतु भारत सरकार की नीति के विरोध में कोयला उद्योग में कार्यरत सभी श्रमिक, सभी एसोसिएशन, अन्य उद्योग के श्रमिक संघ, स्थानीय जनता, व्यवसायी और स्थानीय प्रशासन का सकारात्मक सहयोग मिलने के कारण हड़ताल पूर्णरूपेण सफल रहा इसके लिए संयुक्त मोर्चा आप सभी का हार्दिक अभिनंदन करते हुए बधाई देता है।बताया गया कि संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर दिनांक 2 से 4 जुलाई तक तीन दिवसीय हड़ताल किया गया था।इस हड़ताल को कंपनी प्रबंधन द्वारा आउटसोर्सिंग के ठेकेदार का सहयोग लेकर हड़ताल को तोड़ने का भरसक प्रयास किया गया है।जिसका संयुक्त मोर्चा भर्त्सना करता है।इन्ही प्रबंधन और ठेकेदार की मिलीभगत के कारण ही कोयला उद्योग में कार्यरत ठेका मजदूरों का आज तक हाई पावर कमेटी के सिफारिश के आधार पर वेतन लागू नहीं हुआ है।इस पर सरकार के द्वारा गंभीर रूप से दखल देने की आवश्यकता है।संगठन मांग करता है कि सरकार एवं प्रबंधन द्वारा हड़ताल में शामिल श्रमिकों के ऊपर किसी भी प्रकार की अनुशासनात्मक कार्रवाई एवं 8 दिनों का वेतन कटौती आदि गलत व्यवहार ना करें।भारत सरकार कोयला उद्योग में कमर्शियल माइनिंग के निर्णय को स्थगित कर हड़ताल नोटिस में सम्मिलित अन्य मांगों पर श्रमिक संघ प्रतिनिधियों से चर्चा कर समस्याओं का समाधान करें।अन्यथा संयुक्त मोर्चा द्वारा कोयला उद्योग में लगातार आंदोलन जारी रखा जाएगा एवं दिनांक 18 अगस्त 2020 को कोयला उद्योग में हड़ताल किया जाएगा।हड़ताल के फलस्वरूप उत्पन्न परिस्थिति के लिए भारत सरकार पूर्णरूपेण जिम्मेदार होगी|
GoddaNews: हड़ताल को सफल बनाने के लिए संयुक्त मोर्चा ने धन्यवाद दिया
ग्राम समाचार महागामा, ब्यूरो रिपोर्टः- संयुक्त मोर्चा कोयला उद्योग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि कोयला उद्योग में निजी कंपनियों तथा उद्योगपतियों के द्वारा कमर्शियल माइनिंग लाने हेतु भारत सरकार की नीति के विरोध में कोयला उद्योग में कार्यरत सभी श्रमिक, सभी एसोसिएशन, अन्य उद्योग के श्रमिक संघ, स्थानीय जनता, व्यवसायी और स्थानीय प्रशासन का सकारात्मक सहयोग मिलने के कारण हड़ताल पूर्णरूपेण सफल रहा इसके लिए संयुक्त मोर्चा आप सभी का हार्दिक अभिनंदन करते हुए बधाई देता है।बताया गया कि संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर दिनांक 2 से 4 जुलाई तक तीन दिवसीय हड़ताल किया गया था।इस हड़ताल को कंपनी प्रबंधन द्वारा आउटसोर्सिंग के ठेकेदार का सहयोग लेकर हड़ताल को तोड़ने का भरसक प्रयास किया गया है।जिसका संयुक्त मोर्चा भर्त्सना करता है।इन्ही प्रबंधन और ठेकेदार की मिलीभगत के कारण ही कोयला उद्योग में कार्यरत ठेका मजदूरों का आज तक हाई पावर कमेटी के सिफारिश के आधार पर वेतन लागू नहीं हुआ है।इस पर सरकार के द्वारा गंभीर रूप से दखल देने की आवश्यकता है।संगठन मांग करता है कि सरकार एवं प्रबंधन द्वारा हड़ताल में शामिल श्रमिकों के ऊपर किसी भी प्रकार की अनुशासनात्मक कार्रवाई एवं 8 दिनों का वेतन कटौती आदि गलत व्यवहार ना करें।भारत सरकार कोयला उद्योग में कमर्शियल माइनिंग के निर्णय को स्थगित कर हड़ताल नोटिस में सम्मिलित अन्य मांगों पर श्रमिक संघ प्रतिनिधियों से चर्चा कर समस्याओं का समाधान करें।अन्यथा संयुक्त मोर्चा द्वारा कोयला उद्योग में लगातार आंदोलन जारी रखा जाएगा एवं दिनांक 18 अगस्त 2020 को कोयला उद्योग में हड़ताल किया जाएगा।हड़ताल के फलस्वरूप उत्पन्न परिस्थिति के लिए भारत सरकार पूर्णरूपेण जिम्मेदार होगी|
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