कुलदीप चौधरी, उपायुक्त पाकुड़ |
इसी को देखते हुए शनिवार को उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने कहा कि बारिश या मानसून में बिजली कड़कना या गिरना आम बात है। इससे बचने के लिए स्वयं की सावधानी बहुत जरुरी है। जिलावासी बारिश के समय व आसमान में आकाशीय बिजली के कड़कने के समय घरों के अंदर ही रहें। उन्होंने आम लोगों से अपील कि है कि वे घर से बाहर नहीं निकलनें। ज्यादा जरूरी हो तभी घर से बाहर निकलें। बाहर निकलते समय पूरी सावधानी बरतनी जरूरी है। फिलहाल लोगों को चाहिए कि जब भी बादल गरजना शुरू हों, सुरक्षित स्थानों से बाहर न निकलें और अगर कहीं फंस भी जाएं, तो लोगों को चाहिए कि बड़े पेड़ों की बजाय मकानों के नीचे खड़े हो जाएं, क्योंकि बिजली अधिकतर ऊंचे स्थानों या लंबे - ऊंचे पेड़ों पर ही गिरती है| इसलिए जब घर के भीतर हों - बिजली से संचालित उपकरण से दूर रहें। तार वाले टेलीफोन का उपयोग न करें। खिड़की, दरवाजा, बरामदा व छत से दूर रहें। ऐसी वस्तुएं जो बिजली की सुचालक हैं, उनसे दूर रहें। धातु से बने पाइप, नल, फव्वारा, वाशबेसिन के संपर्क से दूर रहें। कपड़े सुखाने के लिए तार का प्रयोग न कर, जूट या सूत की रस्सी का प्रयोग करें।
जब आप घर से बाहर हों - ऊंचे वृक्ष के नीचे न रहें। ऊंचे इमारत वाले क्षेत्र में आश्रय न लें। समूह में खड़े न रहें। पक्के मकान में आश्रय लेना बेहतर है। सफर के दौरान अपने वाहन में ही बने रहें, मजबूत छत वाले वाहन में रहें, खूली छत वाले वाहन में सवारी न करें। बाहर रहने पर धातु से बनी वस्तुओं का उपयोग न करें। बाइक, बिजली या टेलीफोन के खंभे - तार की बाड़, मशीन से दूर रहें। तालाब व जलाशयों से दूर रहें। यदि आप पानी के भीतर हैं या किसी नाव में हैं, तो तुरंत बाहर आ जाएं। बारिश में धातु के डंडे वाले छाते का प्रयोग न करें।
जब आप खेत - खलिहान में हों - गीले खेतों में काम कर रहे हैं तो सूखी जगह पर जाएं। धातु से बने कृषि यंत्र से दूर रहें। पैरों के नीचे सूखी चीजें जैसे लकड़ी, प्लास्टिक, बोरा या सूखे पत्ते रख लें। वज्रपात का झटका लगने पर कृत्रिम श्वास देना बेहतर होता है। तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराए|
आर. के. पाण्डेय, ग्राम समाचार पाकुड़
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