सिम्मी फाउंडेशन के डायरेक्टर नितेश अग्रवाल |
ग्राम समाचार न्यूज : रेवाड़ी : एक ओर जहां भारत पूरे विश्व में सभी देशों को पछाड़ता हुआ आगे बढ रहा है वहीं लोगों की छोटी मानसिकता के कारण कहीं ना कहीं हमारा प्यारा भारत देश आज भी पिछड़ा हुआ नजर आ रहा है। भारत देश एक ऐसा देश है जहां सभी जाति, धर्म व संप्रदाय के लोग रहते है और देश में जब भी कोई आपदा या संकट आया है तो लोगों ने दिल खोल कर व डटकर उस संकट का सामना किया है। इतना मेहनती देश होने के बावजूद भी क्या कारण है जो हमारा देश पिछडता जा रहा है ? उसका मुख्य कारण लोगों की छोटी मानसिकता का होना है।
सिम्मी फाउंडेशन के डायरेक्टर एडवोकेट नितेश अग्रवाल ने बताया कि जब से भारत में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी फैली है जहां कुछ लोगों ने अपनी जी जान लगाकर देश व समाज की सेवा की है वहीं कुछ लोग अपनी छोटी मानसिकता दिखाने से भी बाज नहीं आते। यह बिमारी आज के समय में बहुत काॅमन बिमारी हो गई है जिससे लगभग हर शहर, मौहल्ला व गांव ग्रसित है। लोगों को चाहिए कि ऐसे समय में इस बिमारी का डट कर सामना करें परंतु जिस एरिया में कोई कोरोना पाॅजीटिव पाया जाता है या किसी व्यक्ति को होम क्वारंटाईन किया जाता है और उसके घर के बाहर सावधानी के लिए पर्चा लगाया जाता है लोग उस घर के लोगों को इस प्रकार घृणा की नजर से देखते है जैसे उसे कोरोना नहीं हुआ बल्कि वह किसी देश द्रोह के जुर्म में सजा काट रहा हो। जी हां हम भारतीय है जनाब हम ना पाकिस्तान से डरते है ना चीन से बस डरते है तो पड़ोस में कोरोना पाॅजीटिव की बीन से। देश में जब इस प्रकार का माहौल बना हुआ है कि यह बिमारी लगातार फैलती जा रही है तो भी लोग अपने घरों में न रहकर पार्टी भी कर रहे है अनावश्यक ना होने पर भी बाहर भी घूम रहे है और कोरोना का संदेह होने पर टेस्ट भी नहीं करवा रहे है परंतु जो लोग समाज को बचाने के लिए स्वयं आगे बढकर अपने टेस्ट करवा रहे है या स्वयं को होम क्वारंटाईन करवा रहे है वे लोग ऐसे लोगों की नजर में किसी देशद्रोही से कम नहीं लग रहे। अब ये फैसला हम लोगों को करना है कि हमें इस बिमारी से लड़ना है या फिर बिमार से !
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें