Bhagalpur News:शहीदे आजम भगत सिंह की जयंती पर पीस सेंटर परिधि का भगत सिंह से गांधी-आजादी, बराबरी और अमन" कार्यक्रम की शुरुआत
ग्राम समाचार, भागलपुर। शहीदे आजम भगत सिंह की जयंती से गांधी जयंती 2 अक्टूबर तक "भगत सिंह से गांधी-आजादी, बराबरी और अमन" कार्यक्रम की शुरुआत सोमवार को पीस सेंटर परिधि द्वारा की गई। कार्यक्रम की शुरुआत शहीद चौक घंटाघर पर भगत सिंह के मूर्ति पर माल्यार्पण एवं संवाद से हुई। इस मौके पर विचार रखते हुए श्री उदय ने कहा कि भगत सिंह ने समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष देश के लिए अपनी जान देते हुए आजादी के मूल्यों को गढ़ा। आज भगत सिंह को याद करने वाले क्षद्म राष्ट्रवादी तत्व आजादी के मूल्यों को समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। वे अंत तक क्रांतिकारी बने रहे। डॉक्टर हबीब मुर्शीद खान ने कहा कि हम महापुरुषों को याद तो कर लेते हैं लेकिन उनके विचारों पर चलने की कोशिश नहीं करते। इसलिए यह जरूरी है कि हम भगत सिंह के समाजवादी, लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र की कल्पना को साकार करें। मिंटू मियांदाद ने भगत सिंह के क्रांतिकारिता को याद करते हुए कहा कि वे युवाओं में क्रांतिकारिता की भूख पैदा कर गए। कृष्णानंद ने देश और समाज को बिहार को भगत सिंह के सपनों के समाज में बदलने का आह्वान किया। इंजीनियर भरत ने भगत सिंह के विचारों को याद दिलाते हुए कहा कि भगत सिंह ने धार्मिक चिन्हों का त्याग कर हमें यह बतलाया कि देश धर्म से नहीं बल्कि लोकतंत्र, बराबरी और धर्मनिरपेक्षता के मूल्यों को मजबूत करने से होता है। संस्कृति कर्मी लालन ने भगत सिंह के विचारों को आगे ले जाने की बात की। इस अवसर पर नीरज कुमार ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वतंत्रता के मूल्य की बात करते हुए भगत सिंह को गांधी के खिलाफ खड़ा करने की कोशिश हो रही है, यह एक सांप्रदायिक और विखंडनकारी कोशिश है। श्रीमती यास्मीन बानो ने अपने विचार रखते हुए कहा कि भगत सिंह के सपनों का भारत बनाने के लिए यह जरूरी है कि हम देश के सभी संप्रदायों धर्मों नस्लों और क्षेत्रों के लोगों की भावनाओं का सम्मान करें। इस अवसर पर डॉ विष्णु देव दास, अर्जुन शर्मा, नदीम,राहुल, इकराम हुसैन साद, जय नारायण, अभिजीत आदि मौजूद थे। पीस सेंटर परिधि द्वारा 28 सितंबर से 2 अक्टूबर गांधी जयंती तक हर दिन सेंटर फॉर स्टडी ऑफ सोसाइटी एंड सेकुलरिज्म के सहयोग से जूम एप पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। आज 28 सितंबर 2020 को भगत सिंह की जयंती के अवसर पर भगत सिंह के भांजे प्रोफेसर जगमोहन सिंह ने आजादी आंदोलन में भगत सिंह और क्रांतिकारियों के विचारों को रेखांकित करते हुए कहा कि गांधी ने आजादी आंदोलन के लिए पृष्ठभूमि तैयार की और भगत सिंह ने उस आंदोलन को वैचारिक रूप से तैयार करने का बीड़ा उठाया। गांधी और भगत सिंह एक दूसरे के विरोधी नहीं बल्कि पूरक थे। भगत सिंह से गांधी गांधी कार्यक्रम अगले 2 अक्टूबर तक जारी रहेगा।
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