पोटका, जमशेदपुर: ग्राम समाचार संवाददाता: पोटका प्रंखड के नवनियुक्त स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों की एक प्रतिनिधि मंडल न्याय की मांग को लेकर आज स्थानीय विधायक श्री संजीव सरदार से मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल के सदस्य श्री भोलानाथ भकत ने बताया कि अगर नियोजन नीति गलत है तो इसमें अभ्यार्थी का क्या दोष है। हमारा नियुक्ति नियम सम्मत एक प्रकिया के तहत हुए है। अचानक माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा नियोजन नीति को निरस्त करार देने से शिक्षकों में भारी रोष है। प्रभावित 13 अनूसूचित जिला में यहां के आदिवासी-मुलवासी ही नियुक्त हुए हैं। फैसले से हमारे नौकरी चले जाने का डर सता रही है। अधिकांश शिक्षक ऐसे हैं जो पुराने सरकारी नौकरी छोड़ इस सेवा में समर्पित है। उनकि क्या होगा अब हम कहीं का नहीं रहे। कुछ शिक्षक अपने जिम्मेदारी को निभाते हुए जमीन,मकान, गाड़ी इत्यादि के लिए बैंक से लोन भी ले लिया है। एक साथ इतना सारे शिक्षक विरमित होने से सैकड़ों झारखण्डी बच्चों की पठन-पाठन भी प्रभावित होगा। साथ ही साथ इन बच्चों के भविष्य का क्या होगा। वैैेसी ही झााखण्ड पिछड़ी है, और अधिक पीछे चला जायेगा। विधायक ने आश्वसन देते हुए बताया कि इस मामले पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भेंट कर हल ढूंढ़ने की कोशिश की जाएगी। प्रतिनिधि मंडल में सिद्धू किस्कू,लक्षमी टुडू, बिट्टू सोनकार ,अरिंदम मंडल, निर्मल कुमार भकत, बेवी रानी मंडल, बेवी पात्रा, क्रिया भट्टाचार्जी, शशि सर, कुमारी संगीता, माला कुमारी शामिल थे।
कालीदास मुर्मू, ग्राम समाचार, जमशेदपुर।
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