संबोधित करते डॉ काशीनाथ चटर्जी, साथ मे लेखक अजीत राय, बिद्यालय के सचिव स्वामी नित्यब्रता नंद महाराज |
रानीश्वर के सेवाश्रम संघ दुमका शाखा के पाथरा स्थित स्वामी प्रणवा नंद विद्यामंदिर आवासीय विद्यालय के बच्चे |
महासचिव डॉ काशिनाथ चटर्जी ने अपने वक्तव्य में छात्रों को कोविड-19 के चुनौती का सामना कैसे करेंगे इस पर एक संवाद किया उन्होंने बताया के पूरे दुनिया के वैज्ञानिक विकास होने के बाद भी कोविड-19 के वायरस आज पूरे दुनिया के सामने एक संकट बन गया है इस संकट में हम अपने शिक्षा को कैसे आगे बढ़ाएंगे हम समाज में कोविड-19 के चुनौती को निपटने के लिए कैसे समुदाय के साथ सहयोग करेंगे सारे छात्र बहुत तन्मयता के साथ बात सुन रहे थे इस आवासीय महाविद्यालय में एक सौ प्रतिशत आदिवासी बच्चे हैं जिनके माता-पिता बहुत कम पढ़े लिखे हुए लेकिन स्वामी जी और यहां के शिक्षकों के नेतृत्व में बच्चों में प्रतिभा दिखलाई पड़ा , जब बच्चों के साथ संवाद किया गया कि कौन विषय सबसे अच्छा लगता है ?तो 60 प्रतिशत बच्चों ने मैथ और विज्ञान के बारे में बताया दुमका में 20 सरकारी स्कूलों में विज्ञान पर बाल मेला का आयोजन आज से 5 साल पहले किया गया था जिनमें आदिवासी बच्चों को विज्ञान के प्रति कम रुचि देखा गया था ।लेकिन इस स्कूल में सारे छात्र विज्ञान के प्रति रुचि दिखलाएं ।राष्ट्रीय सचिव के द्वारा पूछा गया कि आप क्या बनना चाहते हैं तो 60 फीसद बच्चे शिक्षक बनना चाहते हैं बिस प्रतिशत बच्चे बच्चे डॉक्टर बनना चाहते हैं बिस फीसद बच्चे इंजीनियर बनना चाहते हैं। यह बहुत ही अच्छा था इस संवाद में झारखंड के जाने-माने बांग्ला लेखक अजीत राय एबं स्वामी प्रणवा नंद विद्यामंदिर के सभी शिक्षक भी उपस्थित थे।उलेखनीय हैं कि केंद्र सरकार के ट्राइबल अपलिफ्ट मेन्ट प्रोजेक्ट के तहत यहां बिद्यालय एबं अस्पताल संचालित होती हैं।बर्ष 2005 से यहां के बिद्यालय में अलचिकी लिपि के माध्यम से संताली की पढ़ाई होती हैं।साथ ही यहां खेलकूद, योगा, चित्रांकन, संगीत की शिक्षा दी जाती हैं ।
ग्राम समाचार के लिये गौतम चटर्जी, रानीश्वर दुमका ।
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