ग्राम समाचार गोड्डा, ब्यूरो रिपोर्ट:- ग्रामीण विकास ट्रस्ट-कृषि विज्ञान केंद्र के तत्वावधान में सुन्दरपहाड़ी प्रखंड के ग्राम महुआटाँड़ में राष्ट्रीय पोषण माह के तहत पोषण अभियान कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस बार पोषण अभियान की थीम "संतुलित भोजन, स्वस्थ जीवन" है। गृह वैज्ञानिक डाॅ0 प्रगतिका मिश्रा ने पोषण का महत्व, पोषण की कमी से होने वाली समस्याओं, दैनिक आहार में पौष्टिक भोजन ग्रहण करने का तरीका तथा पोषण वाटिका लगाने के विषय में विस्तृत जानकारी दी। पोषण थाली एवम् पोषण माला के विषय में बताया गया। आगामी रबी मौसम में पाँच परिवार को न्यूनतम आवश्यक सब्जी एवं स्थानीय फलों की प्राप्ति हेतु पोषण वाटिका माॅडल को गांव में स्थापित करने के लिए प्रेरित किया गया। सस्य वैज्ञानिक डाॅ0 अमितेश कुमार सिंह ने कुपोषण से बचाव के लिए अनाज धान, मक्का, गेंहूँ, दलहनी फसल अरहर, मसूर की बायोफोर्टी प्रजातियों की उन्नत खेती करने की विस्तृत जानकारी दी। कृषि प्रसार वैज्ञानिक डाॅ0रितेश दुबे ने कहा कि भोजन हर व्यक्ति की जरूरत है जिससे हमें ऊर्जा मिलती है। ऊर्जा के लिए भोजन का संतुलित होना जरूरी है। संतुलित आहार का अर्थ है ऐसा भोजन जिसमें प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाईड्रेट, फैट और फाईबर उचित मात्रा में मौजूद हो। संतुलित आहार हमें स्वस्थ रहने के लिए अत्यंत आवश्यक है। संतुलित आहार के अंदर चावल, रोटी, दाल, हरी सब्जियाँ, दूध और दही इत्यादि आते हैं। हम सबको रोज स्वस्थ भोजन का सेवन करना चाहिए। स्वस्थ भोजन हमें एक खुशहाल जीवन देता हैं। हमें संतुलित आहार में रोज फलों को भी खाना चाहिए। कार्यक्रम में पोषण जागरूकता रैली निकाल कर ग्रमीण महिलाओं एवं पुरूषों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया। अन्त में सभी किसानों को अमरूद एवं टमाटर के पौधे वितरित किया गया। संझला मरांडी, संझली मुर्मू, पार्वती देवी, मरांगमय मरांडी समेत 60 महिला-पुरूष किसान पोषण अभियान कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
GoddaNews: संतुलित भोजन स्वस्थ जीवन का आधार है
ग्राम समाचार गोड्डा, ब्यूरो रिपोर्ट:- ग्रामीण विकास ट्रस्ट-कृषि विज्ञान केंद्र के तत्वावधान में सुन्दरपहाड़ी प्रखंड के ग्राम महुआटाँड़ में राष्ट्रीय पोषण माह के तहत पोषण अभियान कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस बार पोषण अभियान की थीम "संतुलित भोजन, स्वस्थ जीवन" है। गृह वैज्ञानिक डाॅ0 प्रगतिका मिश्रा ने पोषण का महत्व, पोषण की कमी से होने वाली समस्याओं, दैनिक आहार में पौष्टिक भोजन ग्रहण करने का तरीका तथा पोषण वाटिका लगाने के विषय में विस्तृत जानकारी दी। पोषण थाली एवम् पोषण माला के विषय में बताया गया। आगामी रबी मौसम में पाँच परिवार को न्यूनतम आवश्यक सब्जी एवं स्थानीय फलों की प्राप्ति हेतु पोषण वाटिका माॅडल को गांव में स्थापित करने के लिए प्रेरित किया गया। सस्य वैज्ञानिक डाॅ0 अमितेश कुमार सिंह ने कुपोषण से बचाव के लिए अनाज धान, मक्का, गेंहूँ, दलहनी फसल अरहर, मसूर की बायोफोर्टी प्रजातियों की उन्नत खेती करने की विस्तृत जानकारी दी। कृषि प्रसार वैज्ञानिक डाॅ0रितेश दुबे ने कहा कि भोजन हर व्यक्ति की जरूरत है जिससे हमें ऊर्जा मिलती है। ऊर्जा के लिए भोजन का संतुलित होना जरूरी है। संतुलित आहार का अर्थ है ऐसा भोजन जिसमें प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाईड्रेट, फैट और फाईबर उचित मात्रा में मौजूद हो। संतुलित आहार हमें स्वस्थ रहने के लिए अत्यंत आवश्यक है। संतुलित आहार के अंदर चावल, रोटी, दाल, हरी सब्जियाँ, दूध और दही इत्यादि आते हैं। हम सबको रोज स्वस्थ भोजन का सेवन करना चाहिए। स्वस्थ भोजन हमें एक खुशहाल जीवन देता हैं। हमें संतुलित आहार में रोज फलों को भी खाना चाहिए। कार्यक्रम में पोषण जागरूकता रैली निकाल कर ग्रमीण महिलाओं एवं पुरूषों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया। अन्त में सभी किसानों को अमरूद एवं टमाटर के पौधे वितरित किया गया। संझला मरांडी, संझली मुर्मू, पार्वती देवी, मरांगमय मरांडी समेत 60 महिला-पुरूष किसान पोषण अभियान कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
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