ग्राम समाचार संवाददाता, जमशेदपुर: भूमि माफिया एंव राजस्व पदाधिकारी के मिलीभगत से आदिवासी रैयत जमीन पर अवैध कब्जा करने का मामला प्रकाश में आया है। पूर्वी सिंहभूम जिला के पोटका प्रखणड-2 के नाचोसाई गांव के सुंडी डुगरी के 10 एकड़ 60 डीसमिल जमीन तथा सदन डुगरी के 6 एकड़ जमीन लिडिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी एवं श्री मेटल्स दवद्वा फर्जी ग्राम सभा कर अवैध रूप से रैयत जमीन को लीज लेकर उत्खनन कार्य किया जा रहा है। उतखन कार्य से आदिवासी भूमिज गांव के परंपरागत पिरकाड़ सूसून आखड़ा, माग बुरू आंकड़ा एंव मासना घाट प्रभावित है तथा 500 से अधिक पेड़ काटे गए जिसमें साल, महुआ,सागवन,शीशम एवं अनेक फलदार पौधे भी शामिल है। गांव वालों के माने भूमि माफिया भोले भाले गांव वाले को पहले वरगला कर अपने जाल में फंसाकर इस प्रकार के काम के पृष्ठ भूमि तैयार करते हैं, फिर राजस्व कर्मचारी व कंपनी मिलकर काम को अंज़ाम तक पहुंचते हैं। पदाधिकारी पांचवीं अनुसूची , छोटा नागपुर काश्तकारी अधिनियम एंव पैसा जैसे आदिवासी के जमीन को सुरक्षा प्रदान करने वाली नियमों को आड़ में रखते कर यह काम निजी स्वार्थ व लालच में करते हैं। इससे लेकर ग्रामीणों में काफी रोष है। वे यह सब देख कर खिलाफ आंदोलन करने के लिए संगठित व उग्र हो रहे है।
कालीदास मुर्मू, ग्राम समाचार, जमशेदपुर।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें