ग्राम समाचार पाकुड़, ब्यूरो रिपोर्ट:- समाहरणालय सभागार में उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने शनिवार को कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम की निगरानी को लेकर गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की। मौके पर उप विकास आयुक्त अनमोल कुमार सिंह, एसपीओ (वीबीडी) डा. भागवत मरांडी, सिविल सर्जन डा. रामदेव पासवान, डीएसडब्ल्यूओ चित्रा यादव समेत अन्य चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में बताया गया कि वर्ष 2019 में जनवरी से अगस्त माह तक जिले में कालाजार के कुल 156 मामले सामने आए थे। वहीं, वर्ष 2020 में जनवरी से अगस्त माह तक जिले में कालाजार से संबंधित कुल 95 मामले सामने आए हैं।
जिले में दूसरे चरण के आइआरएस एक्टिविटी जारी है। लक्ष्य के अनुरूप चिन्हित गांवों में एसपी का छिड़काव किया जा रहा है। डीपीएम केयर द्वारा बताया गया कि अब तक 48 गांव में छिड़काव कार्य किया गया है।
उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने कहा कि विशेष कर ज्यादातर मामले सामने आने वाले 69 गांवों पर विशेष ध्यान दें। इन गांवों में जो गतिविधियां संचालित है उसे आगे भी जारी रखने को कहा। ताकि कालाजार उन्मूलन के दिशा में किए जा रहे कार्यों का परिणाम दिखे। मौके पर जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने बताया कि संबंधित गांव के पंचायत प्रतिनिधियों को पत्र लिखकर सहयोग करने की अपील की गई है।
उपायुक्त ने कहा कि छिड़काव कार्य में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो। इसके लिए ज्यादा प्रभावित प्रखंडों अमरापाड़ा, हिरणपुर एवं लिट्टीपाड़ा में क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) गठित किया जाएगा। इसके लिए सिविल सर्जन को जरूरी निर्देश दिया। कहा कि जिले को कालाजार मुक्त बनाना चुनौतीपूर्ण कार्य है लेकिन हमें इसके लिए लगातार प्रयास करना है। उपायुक्त ने वीएल और पीकेडीएल लाभुकों को राशि भुगतान में विलंब पर संबंधित प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने इसमें अविलंब सुधार का निर्देश दिया।
-:राजेश पाण्डेय, ग्राम समाचार पाकुड़, ब्यूरो रिपोर्ट:-
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