ग्राम समाचार, पाकुड़।जितिया एक त्योहार है, जिसमें माताओं द्वारा निर्जला उपवास पूरे दिन किया जाता है, और माताओं द्वारा अपने बच्चों की भलाई और लंबी आयु के लिए मनाया जाता है। बिक्रम संवत के आश्विन माह में कृष्ण-पक्ष के सातवें से नौवें चंद्र दिवस तक तीन-दिवसीय त्योहार मनाया जाता है। जितिया पर्व के अवसर पर पाकुड़िया प्रखंड के फल दुकान नाना प्रकार के सब्जियों दुकान पर लोगों ने खूब खरीदारी किया, साथ में महिलाएं अपने पड़ोसी के साथ निकटतम मंदिरों के पास कथा, सोनकर जितिया पहनी हिंदू परंपरा के अनुसार जितिया पर्व को काफी महत्वपूर्ण माना गया है, इस दिन मां निर्जला रहकर पूरे दिन फूल, बेलपत्र, फल, नाना प्रकार के पेड़ पौधे के डाली के साथ कई प्रकार के पूजा सामग्री के द्वारा पूजा अर्चना करती है,
पंडित मृत्युंजय पांडे ने बताया
(बुधवार) को नहाना- खाना।
(गुरुवार) को उपवास (व्रत)।
(शुक्रवार) को सुर्योदय काल में पारण।
इस बार सरगोही नहीं करनी है कारण:- अष्टमी तिथी में ही व्रत की जाती है जो कि (बुधवार) को दोपहर 01 बजकर 35 मिनट से 10/ सितंबर/2020(गुरुवार) को दोपहर 03बजकर:04मिनट तक है। व्रत का समय उदय- तिथि से ही मान्य होगा, जो 10 सितम्बर 2020 बृहस्पतिवार को हो रहा है।
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