रेवाड़ी, 11 सितंबर। सुकन्या समृद्घि खाता योजना बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का ही एक हिस्सा है। सुकन्या समृद्घि खाता योजना बेटियों के सुरक्षित भविष्य के लिए बहुत ही लाभकारी है। इस योजना में जमा की गई राशि भविष्य में बेटियों को उच्चतर शिक्षा दिलवाने व उनकी शादी के समय काम आती है। इसलिए सभी पात्र व्यक्तियों को इस योजना के तहत अपनी बेटी का खाता खुलवाना चाहिए। घरेलू बचत के लिए सरकार की यह एक अच्छी पहल है।
उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने बताया कि बेटियों के सुरक्षित भविष्य के लिए पैसे कि बचत जरूरी है। सुकन्या समृद्घि खाता योजना में जमा राशि पर लगने वाला ब्याज पूर्णत: टैक्स फ्री है तथा इसमे आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत छूट भी मिलती हैं तथा सुकन्या समृद्घि खाता एक डाकघर से दूसरे डाकघर में नि:शुल्क ट्रांसफर किया जा सकता है। सुकन्या समृद्घि योजना के तहत माता-पिता या कानूनी अभिभावक अधिकतम दो लड़कियों के लिए यह खाता खुलवा सकते हैं। बेटी के जन्म से 10 साल तक की उम्र में सुकन्या समृद्घि खाता खोला जा सकता है तथा पात्र लाभार्थी भारत का निवासी होना जरुरी है। यह खाता लडक़ी के नाम से ही खोला जा सकता है। जमाकर्ता माता-पिता (अभिभावक) में से एक होगा जो नाबालिग लडक़ी की ओर से पैसा जमा करेगा। उन्होंने बताया कि मात्र 250 रुपये से खाता खोला जा सकता है लेकिन साल में कम से कम एक हजार रुपये हर खाते में जमा होने चाहिए, अधिक से अधिक डेढ लाख रुपये वर्ष में जमा किए जा सकते है। एक वित्त वर्ष में पैसे नकद, चैक या ड्राफ्ट के जरिए कितनी बार ही जमा किए जा सकते हैं।
उपायुक्त ने बताया कि अभिभावक इस खाते में 14 साल तक ही पैसे जमा करवा सकते हैं और 21 वर्ष में यह खाता परिपक्व हो जाएगा। उन्होंने बताया कि 18 वर्ष के बाद बेटी की उच्चतर शिक्षा के लिए तथा विवाह के समय जमा राशि में से आधा हिस्सा निकलवाया जा सकता है। यह खाता इसके खोले जाने की तिथि से लेकर लडकी की आयु 21 वर्ष होने तक तथा उसके विवाह के बाद बंद किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि खाता खुलवाने के लिए बेटी के जन्म का प्रमाण पत्र, अभिभावक के पते का प्रमाण तथा फोटो पहचान पत्र (पैन कार्ड, वोटर आईडी या आधार कार्ड) की जरूरत पड़ती है। यह खाता पोस्ट ऑफिस या अधिकिृत बैंकों में खुलवाया जा सकता है। उन्होंने जिला के अभिभावकों से अपील करते हुए कहा है कि बेटियों के सुरक्षित व सुखद भविष्य के लिए अधिक से अधिक सुकन्या समृद्घि खाते खुलवाएं। उन्होंने बताया कि इस योजना में वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए ब्याज की दर 7.6 रखी गई है जो सरकार के निर्णय अनुसार बढ़ाई भी जा सकती है। सुकन्या समृद्घि खाता योजना में जमा राशि पर ब्याज की गणना सालाना की जाती है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास संगीता यादव ने बताया कि जिला में अब तक सुकन्या समृद्घि खाता योजना के डाकघर में 18 हजार 100 तथा पीएनबी व एसबीआई बैंक में 3 हजार 405 खाते खोले गए है।
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