ग्राम समाचार, भागलपुर। संविधान दिवस को लेकर गुरुवार को मानव अधिकार संगठन द्वारा एक संविधान प्रदत्त अधिकार व कर्तव्य परिचर्चा का आयोजन किया गया। संविधान दिवस पर बधाई देते हुए संगठन के महासचिव सह सूचनाधिकार कार्यकर्ता अजीत कुमार सिंह ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि आज है संविधान दिवस, वह नियम जो सभी नागरिको पर एक सामान लागू होता है, संविधान कहलाता है। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान सबसे बड़ा लिखित संविधान है। हमारा संविधान इस बात की ओर इशारा करता है कि संविधान के अधिकार का स्रोत भारत के लोगों के साथ निहित है। हमारा संविधान बात की घोषणा करता है कि भारत एक, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक और गणतंत्र राष्ट्र है। हमारा संविधान सभी नागरिकों के लिए न्याय, स्वतंत्रता, समानता को सुरक्षित करता है तथा राष्ट्र की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए भाईचारे को बढ़ावा देता है। परंतु कर्तव्य ही ऐसा आदर्श है जो कभी धोखा नहीं दे सकता। इस अवसर पर हिमांशू कुमार ने कहा की हमें राष्ट्रीय होने के लिए एक उच्च नैतिक जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा, जो हमारा कर्तव्य है, तभी हम सबों को अपने अधिकार का आनंद प्राप्त कर सकते हैं। इस परिचर्चा में राजीव कुमार ने कहा कि कर्तव्य की भावना के बिना काम नहीं किया जाय। जैसे भूख के बिना खाना नहीं खाया जा सकता। इस परिचर्चा में राजेश कुमार जैन ने कहा, मैं सोया, सपना देखा, जीवन तो बहुत सुंदर है। मैं उठा तो मुझे पता चला कि जीवन एक कर्तव्य है, तभी अधिकार की बात करना सार्थक होगा। इस परिचर्चा में पवन कुमार राम, विलाश ऋषिदेव, विकास कुमार,उर्मिला देवी रंजीत ठाकुर, शम्भू शरण, कुंदन कुमार, नागमणि कुमार, प्रकाश मंडल, दिलीप मंडल इत्यादि ने भी भाग लिया, अपनी बातों को रखा। उधर मध्य विद्यालय जगदीशपुर में संविधान दिवस के अवसर पर बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए भारतीय संविधान के प्रस्तावना का पाठ कर मनाया गया। इस अवसर पर शिक्षक के द्वारा रंगोली का निर्माण किया गया तथा बच्चों के साथ ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता किया गया। जिसमें निशा, पायल, माही, करीना, अमन, निर्मल सहित दर्जनों बच्चों ने भाग लिया। इस अवसर पर प्रधानाध्यापक आशुतोष चन्द्र मिश्र ने कहा कि यदि हम सब मौलिक अधिकार के साथ साथ मौलिक कर्तव्यों का पालन सही तरीके से करें तो आपदाओं से हम शत प्रतिशत अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं। इसलिए सभी को मूल कर्तव्य का शत-प्रतिशत पालन करना अनिवार्य है। इस मौके पर वासुदेव, कल्पना, कौशिल्या, बिन्दु तथा बाबूलाल उपस्थित रहे।
Bhagalpur news:संविधान दिवस को लेकर परिचर्चा का आयोजन
ग्राम समाचार, भागलपुर। संविधान दिवस को लेकर गुरुवार को मानव अधिकार संगठन द्वारा एक संविधान प्रदत्त अधिकार व कर्तव्य परिचर्चा का आयोजन किया गया। संविधान दिवस पर बधाई देते हुए संगठन के महासचिव सह सूचनाधिकार कार्यकर्ता अजीत कुमार सिंह ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि आज है संविधान दिवस, वह नियम जो सभी नागरिको पर एक सामान लागू होता है, संविधान कहलाता है। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान सबसे बड़ा लिखित संविधान है। हमारा संविधान इस बात की ओर इशारा करता है कि संविधान के अधिकार का स्रोत भारत के लोगों के साथ निहित है। हमारा संविधान बात की घोषणा करता है कि भारत एक, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक और गणतंत्र राष्ट्र है। हमारा संविधान सभी नागरिकों के लिए न्याय, स्वतंत्रता, समानता को सुरक्षित करता है तथा राष्ट्र की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए भाईचारे को बढ़ावा देता है। परंतु कर्तव्य ही ऐसा आदर्श है जो कभी धोखा नहीं दे सकता। इस अवसर पर हिमांशू कुमार ने कहा की हमें राष्ट्रीय होने के लिए एक उच्च नैतिक जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा, जो हमारा कर्तव्य है, तभी हम सबों को अपने अधिकार का आनंद प्राप्त कर सकते हैं। इस परिचर्चा में राजीव कुमार ने कहा कि कर्तव्य की भावना के बिना काम नहीं किया जाय। जैसे भूख के बिना खाना नहीं खाया जा सकता। इस परिचर्चा में राजेश कुमार जैन ने कहा, मैं सोया, सपना देखा, जीवन तो बहुत सुंदर है। मैं उठा तो मुझे पता चला कि जीवन एक कर्तव्य है, तभी अधिकार की बात करना सार्थक होगा। इस परिचर्चा में पवन कुमार राम, विलाश ऋषिदेव, विकास कुमार,उर्मिला देवी रंजीत ठाकुर, शम्भू शरण, कुंदन कुमार, नागमणि कुमार, प्रकाश मंडल, दिलीप मंडल इत्यादि ने भी भाग लिया, अपनी बातों को रखा। उधर मध्य विद्यालय जगदीशपुर में संविधान दिवस के अवसर पर बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए भारतीय संविधान के प्रस्तावना का पाठ कर मनाया गया। इस अवसर पर शिक्षक के द्वारा रंगोली का निर्माण किया गया तथा बच्चों के साथ ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता किया गया। जिसमें निशा, पायल, माही, करीना, अमन, निर्मल सहित दर्जनों बच्चों ने भाग लिया। इस अवसर पर प्रधानाध्यापक आशुतोष चन्द्र मिश्र ने कहा कि यदि हम सब मौलिक अधिकार के साथ साथ मौलिक कर्तव्यों का पालन सही तरीके से करें तो आपदाओं से हम शत प्रतिशत अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं। इसलिए सभी को मूल कर्तव्य का शत-प्रतिशत पालन करना अनिवार्य है। इस मौके पर वासुदेव, कल्पना, कौशिल्या, बिन्दु तथा बाबूलाल उपस्थित रहे।
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