ग्राम समाचार गोड्डा, ब्यूरो रिपोर्ट:- आज दिनांक 26.11.2020 को संविधान दिवस के अवसर पर समाहरणालय स्थित परिसर में अनुमंडल पदाधिकारी गोड्डा ऋतुराज, नजारत उप समाहर्ता मनोज कुमार, सामाजिक सुरक्षा पदाधिकारी अनिल टूडू, विधि शाखा प्रभारी सुजीत कुमार, जिला योजना पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी की गरिमामयी उपस्थिति में विभिन्न कार्यालयों के कार्यालय प्रधान एवं समाहरणालय संवर्ग के कर्मियों को शपथ दिलाई गई। अनुमंडल पदाधिकारी गोड्डा ऋतुराज ने इस मौके पर संविधान में प्रदत्त अधिकारों कर्तव्यों के बारे में जागरूक रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान में सामाजिक, आर्थिक न्याय, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म एवं समता आदि के अधिकार प्रदान किए गए हैं। हमें राष्ट्र की एकता एवं अखंडता सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध रहना चाहिए। अनुमंडल पदाधिकारी गोड्डा के द्वारा इस मौके पर संविधान के मौलिक कर्तव्यों के बारे में जानकारी देते हुए उसी की राह पर चलने की प्रेरणा लेने को कहा और समाज के अन्य लोगों को भी संविधान के मौलिक अधिकारों को लेकर प्रेरित करने ओर उसका सम्मान करने को कहा गया।
इस मौके पर नजारत उप समाहर्ता मनोज कुमार ने कहा कि आज ही के दिन 26 नवंबर 1949 को भारत के संविधान को बाबा साहब ने संविधान सभा के समक्ष लाया था और इसी दिन संविधान सभा में इसे अपनाया गया था। इसके बाद 26 जनवरी 1950 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर इसे लागू कर दिया गया । भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। दुनिया भर के तमाम संविधानों को बारीकी से परखने के बाद डॉ. अंबेडकर ने भारतीय संविधान का मसौदा तैयार कर लिया।
सामाजिक सुरक्षा पदाधिकारी अनिल टूडू ने कहा कि भारत के संविधान को अपनाने के उपलक्ष्य में हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के अथक प्रयासों को देशभर में प्रसारित करना है। 26 नवंबर 1949 को, भारत की संविधान सभा ने औपचारिक रूप से भारत के संविधान को अपनाया था। यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था।
विधि शाखा प्रभारी सुजीत कुमार ने कहा कि यह संविधान की ही देन है कि भारत जैसा बहुलता वाला देश एक सूत्र में बंधा हुआ है। जहां विश्व के करीब सभी धर्मों एवं मान्यताओं के लोग अपने मानवीय अधिकारों एवं सदभाव के साथ सुकून से रहते हैं। आज का दिन हमेशा याद रखने का दिन है।
इस मौके पर समाहरणालय संवर्ग के कर्मी के द्वारा अपनी राय प्रकट करते हुए कहा गया कि 26 नवम्बर 1949 को दो साल ग्यारह महीने अठारह दिन के अथक प्रयास से भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ था। संविधान निर्माता डाॅ0 भीमराव अांबेडकर द्वारा बनाया संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है। डाॅ0 भीमराव अांबेडकर के योगदान को याद करने तथा उनके सम्मान के लिए संविधान दिवस मनाया जाता है।
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