Bhagalpur news:मौसम अनुकूल कृषि एवं मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
ग्राम समाचार, भागलपुर। कृषि विज्ञान केन्द्र सबौर के प्रशिक्षण सह सभागार में विश्व मृदा दिवस अन्तर्गत शनिवार को "मौसम अनुकूल कृषि एवं मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन" विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उद्घाटनकर्ता-सह-मुख्य अतिथि अली अशरफ सिद्दीकी विधायक नाथनगर, कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अजय कुमार सिंह कुलपति बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर एवं डॉ. आर.के. सोहाने निदेशक प्रसार शिक्षा बिहार कृषि विश्वविद्यालय, डॉ० विनोद कुमार वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान, कृषि विज्ञान केन्द्र, सबौर की गरिमामय उपस्थिति में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिले के विभिन्न प्रखण्डों के किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किया गया। जिसमें मिट्टी की गुणवत्ता का 12 पारा मीटर की जानकारी दी गई है। इससे किसान भाईयों के खेती में लगने वाले लागत में कमी आएगी। इस अवसर पर विधायक ने किसानों का आह्वाहन करते हुए मिट्टी को बचाते हुए उसके स्वास्थ्य की देखरेख करने के साथ ही पानी बचत के लिए किसानों को प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक किसानों को कार्ड वितरण के साथ ही उसके उपयोग, लाभ की जानकारी भी दें। उन्होंने किसान भाईयों से निवेदन किया कि समय-समय पर मृदा की जाँच करावें एवं कार्ड में अनुशंसित उर्वरक का प्रयोग कर मिट्टी की उर्वरा शक्ति बरकरार रखें। कुलपति ने कहा कि मिट्टी बीमार होने की कगार पर है। इस स्वस्थ रखना अतिआवश्यक है, क्योंकि जीवन का मूल आधार मिट्टी है। उन्होनें किसानों को मिट्टी स्वास्थ के प्रति जागरूक होने की बात कही। स्वास्थ मिट्टी के बगैर स्वस्थ की फसल की कल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने किसानों को कृषि वैज्ञानिकों के सलाह को अमल में लाने की बात कही। साथ ही उन्होंने कहा कि मिट्टी में प्राण होता है, अगर मिट्टी बीमार हो तो अच्छी फसल की आशा नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों के शोध को किसानों के लिये वरदान साबित होने की बात कही। फसल विविधीकरण की बात कही जो कि मिट्टी को स्वस्थ रखने के लिये अति प्रासंगिक है। उन्होंने कम से कम रासायनिक खाद का इस्तेमाल की बात कहीं। उन्होंने यह भी कहा कि हर संभव हमें जैविक खादों का इस्तेमाल करना चाहिए। ताकि मिट्टी का स्वास्थय बना रहे। इस अवसर पर निदेशक प्रसार शिक्षा ने कहा कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय अन्तर्गत क्लाईमेट स्मार्ट विलेज योजना अन्तर्गत 25 गाँवों (15 भागलपुर एवं 10 मुंगेर) में योजना क्रियान्वयन किया जा रहा है एवं योजनान्तर्गत चयनित गाँवों की मृदा स्थिति की जाँच कराई जा रही है। जाँचोपरान्त मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही उन्होंने सभी किसान भाईयों को अपने खेत की मिट्टी जाँच कराने एवं अनुशंसित उर्वरक का उपयोग कर मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ाने हेतु प्रेरित किया। इस अवसर पर वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान अपने स्वागत भाषण में सम्बोधन के दौरान मौसम अनुकूल कृषि एवं क्लाईमेट स्मार्ट ग्रामों में चल रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। साथ ही किसानों का आवाहन करते हुए मिट्टी को बचाते हुए उसके स्वास्थ्य की देखरेख में जैविक खाद, वर्मी कम्पोस्ट, जैव उर्वरकों की महत्ता एवं उसके प्रयोग पर बल दिया। मंच संचालन डॉ. मो. ज्याउल होदा एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. ममता कुमारी द्वारा किया गया। इस अवसर पर केन्द्र के अनिता कुमारी, ई. पंकज कुमार, डॉ. ए. के. मौर्य, सक्षम कुमार सिन्हा, राजेश लाल, शशि कान्त, रावे के छात्र- छात्राएँ अभिषेक कुमार, कुमार सानू, राकेश कुमार, अभिलाषा कुमारी, प्रियंका कुमारी सहित 85 प्रगतिशील किसान भाई एवं बहन उपस्थित रहें।
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