ग्राम समाचार, बौंसी, बांका। केंद्र सरकार के नए कृषि कानून के विरोध तथा देशव्यापी किसान आंदोलन के समर्थन में आयोजित भारत बंद का बौसी प्रखंड में मिलाजुला असर रहा। सारी दुकानें खुली थी। सभी वाहन चल ही रहे थे। एक दृष्टिकोण से देखा जाए तो, बौसी प्रखंड में भारत बंद का असर था ही नहीं। प्रशासन द्वारा जगह-जगह पर पुलिस बल तैनात कर दिए गए थे। जिसकी वजह से कोई भी अप्रिय घटना की सूचना प्राप्त नहीं हुई।
वहीं दूसरी ओर स्थानीय किसानों से जब बात की गई तो उनका कहना था कि, केंद्र द्वारा यह किसान विरोधी बिल को पास किया गया है। यह सरासर गलत है। हम लोग विरोध करते हैं। वहीं वरिष्ठ समाजसेवी एवं कांग्रेस के जिला महासचिव मदन मेहरा का कहना है कि, जो कृषि कानून बनाया गया है। यह गलत है। किसानों के हित के लिए यह बिल नहीं बनाया गया है। किसानों की जो सबसे बड़ी समस्या है। इस पर माननीय प्रधानमंत्री ने ध्यान नहीं दिया है। क्योंकि किसान हमारे अन्नदाता हैं और उन्हीं के साथ यह सुलूक की जा रही है। आज किसान पूरे देश में परेशान हैं। आज किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हैं। उसका मुख्य कारण है कि, किसान का जो कर्ज है। उसे माफ नहीं की जाती है। वहीं दूसरी ओर बड़े-बड़े उद्योगपतियों का ॠण माफ कर दिया जाता है। लेकिन गरीब किसानों का ऋण माफ नहीं किया जाता है। देश की जनता के लिए एवं किसानों के साथ अन्याय है। यह समस्या कभी खत्म होने वाली नहीं है।
कुमार चन्दन, ग्राम समाचार संवाददाता, बौंसी।
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