ग्राम समाचार गोड्डा, ब्यूरो रिपोर्ट:- ग्रामीण विकास ट्रस्ट-कृषि विज्ञान केंद्र, गोड्डा के सभागार में किसान दिवस, स्वच्छता पखवाड़ा, कृषक-वैज्ञानिक अन्तर्मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला कृषि पदाधिकारी डाॅ0 रमेश चन्द्र सिन्हा, कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक-सह-प्रधान डाॅ0 रविशंकर, सामाजिक कार्यकर्ता श्यामाकांत झा एवं प्रगतिशील महिला किसान विमला देवी ने दीप प्रज्जवलित कर किया। जिला कृषि पदाधिकारी डाॅ0रमेश चन्द्र सिन्हा ने भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री एवं किसान नेता स्व.चौधरी चरण सिंह जी की 118 वीं जयन्ती के शुभ अवसर पर किसान दिवस कार्यक्रम में किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसानों को अपनी फसल की अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए वैज्ञानिक तकनीक से खेती करनी चाहिए। खेती शुरू करने से पहले मिट्टी की जांच अवश्य करायें। फसलों में सिंचाई के लिए सूक्ष्म सिंचाई की तकनीक को अपनाएं। कृषि प्रसार वैज्ञानिक डाॅ0 रितेश दुबे ने स्व. चौधरी चरण सिंह जी का जीवन परिचय देते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह किसानों के नेता थे। उनका मानना था कि देश की तरक्की का रास्ता गांवों के खेतों एवं खलिहानों से होकर गुजरता है। मिट्टी जाँच प्रभारी डाॅ0 ए.पी.ठाकुर ने कहा कि चौधरी चरण सिंह के प्रयास से 1952 में जमींदारी प्रथा का समापन हुआ तथा गरीब किसानों को जमींदारी प्रथा से मुफ्ती मिली। वरीय वैज्ञानिक-सह-प्रधान डाॅ0 रविशंकर ने कहा कि किसान दिवस किसानों के लिए महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन किसानों को गांवों में ही विभिन्न कार्यक्रम जैसे स्वच्छता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, जैविक खेती सम्बन्धित जागरूकता कार्यक्रम उत्साहपूर्वक करके मनाना चाहिए। इसप्रकार किसानों में एकजुट होकर कार्य करने की भावना जागृत होगी और किसान संगठित होकर तरक्की कर सकेंगे। पशुपालन वैज्ञानिक डाॅ0 सतीश कुमार ने पशुओं को ठंड से बचाने, पशुओं के खान-पान, रहने के लिए साफ-सुथरे आवास की व्यवस्था करने की जानकारी दी। उद्यान वैज्ञानिक डाॅ0 हेमन्त कुमार चौरसिया ने आलू की फसल को पाला से बचाने के लिए हल्की सिंचाई करने का सुझाव दिया। सस्य वैज्ञानिक डाॅ.अमितेश कुमार सिंह ने गेंहूँ में खर-पतवार प्रबंधन की विस्तृत जानकारी दी। पौधा सुरक्षा वैज्ञानिक डाॅ0 सूर्यभूषण ने रबी फसलों में रोग एवं कीट प्रबंधन की विस्तृत जानकारी दी। मौसम वैज्ञानिक रजनीश प्रसाद राजेश ने किसान दिवस, स्वच्छता पखवाड़ा के तहत वैज्ञानिक तरीके से खेती करने तथा मास्क, सेनेटाईजर तथा सामाजिक दूरी के नियम को गांव, बाजार में अपनाने के लिए प्रेरित किया। प्रगतिशील किसान गिरधारी साह, अमृत लाल सिंह एवं विमला देवी ने खेती,पशुपालन तथा खाद्य प्रसंस्करण में अपने अनुभव साझा किया। मौके पर डाॅ0 प्रगतिका मिश्रा, राकेश रोशन कुमार सिंह, अवनीश सिंह वसीम अरकम, शक्ति कुमार गुप्ता, राजेश, राजकुमार प्रजापति, अमर साहनी, जयमंती हेम्ब्रम मौजूद रहे। कार्यक्रम के अन्त में सभी किसानों को गूजबेरी का बिचड़ा वितरित किया गया।कार्यक्रम में शोभाकांत झा, श्रीकांत साह, लखन गोड़ाईत, प्रदीप कुमार साह, मुकेश मुर्मू, दिनेश सिंह, अनिल यादव, दीपक कुमार सुमन, नीतीश आनंद, विष्णु देव सिंह, कलावती देवी, फुलिया देवी, चन्द्रावती देवी आदि प्रगतिशील किसान सम्मिलित हुए।
Godda News: कृषक वैज्ञानिक अंतर्मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया
ग्राम समाचार गोड्डा, ब्यूरो रिपोर्ट:- ग्रामीण विकास ट्रस्ट-कृषि विज्ञान केंद्र, गोड्डा के सभागार में किसान दिवस, स्वच्छता पखवाड़ा, कृषक-वैज्ञानिक अन्तर्मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला कृषि पदाधिकारी डाॅ0 रमेश चन्द्र सिन्हा, कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक-सह-प्रधान डाॅ0 रविशंकर, सामाजिक कार्यकर्ता श्यामाकांत झा एवं प्रगतिशील महिला किसान विमला देवी ने दीप प्रज्जवलित कर किया। जिला कृषि पदाधिकारी डाॅ0रमेश चन्द्र सिन्हा ने भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री एवं किसान नेता स्व.चौधरी चरण सिंह जी की 118 वीं जयन्ती के शुभ अवसर पर किसान दिवस कार्यक्रम में किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसानों को अपनी फसल की अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए वैज्ञानिक तकनीक से खेती करनी चाहिए। खेती शुरू करने से पहले मिट्टी की जांच अवश्य करायें। फसलों में सिंचाई के लिए सूक्ष्म सिंचाई की तकनीक को अपनाएं। कृषि प्रसार वैज्ञानिक डाॅ0 रितेश दुबे ने स्व. चौधरी चरण सिंह जी का जीवन परिचय देते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह किसानों के नेता थे। उनका मानना था कि देश की तरक्की का रास्ता गांवों के खेतों एवं खलिहानों से होकर गुजरता है। मिट्टी जाँच प्रभारी डाॅ0 ए.पी.ठाकुर ने कहा कि चौधरी चरण सिंह के प्रयास से 1952 में जमींदारी प्रथा का समापन हुआ तथा गरीब किसानों को जमींदारी प्रथा से मुफ्ती मिली। वरीय वैज्ञानिक-सह-प्रधान डाॅ0 रविशंकर ने कहा कि किसान दिवस किसानों के लिए महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन किसानों को गांवों में ही विभिन्न कार्यक्रम जैसे स्वच्छता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, जैविक खेती सम्बन्धित जागरूकता कार्यक्रम उत्साहपूर्वक करके मनाना चाहिए। इसप्रकार किसानों में एकजुट होकर कार्य करने की भावना जागृत होगी और किसान संगठित होकर तरक्की कर सकेंगे। पशुपालन वैज्ञानिक डाॅ0 सतीश कुमार ने पशुओं को ठंड से बचाने, पशुओं के खान-पान, रहने के लिए साफ-सुथरे आवास की व्यवस्था करने की जानकारी दी। उद्यान वैज्ञानिक डाॅ0 हेमन्त कुमार चौरसिया ने आलू की फसल को पाला से बचाने के लिए हल्की सिंचाई करने का सुझाव दिया। सस्य वैज्ञानिक डाॅ.अमितेश कुमार सिंह ने गेंहूँ में खर-पतवार प्रबंधन की विस्तृत जानकारी दी। पौधा सुरक्षा वैज्ञानिक डाॅ0 सूर्यभूषण ने रबी फसलों में रोग एवं कीट प्रबंधन की विस्तृत जानकारी दी। मौसम वैज्ञानिक रजनीश प्रसाद राजेश ने किसान दिवस, स्वच्छता पखवाड़ा के तहत वैज्ञानिक तरीके से खेती करने तथा मास्क, सेनेटाईजर तथा सामाजिक दूरी के नियम को गांव, बाजार में अपनाने के लिए प्रेरित किया। प्रगतिशील किसान गिरधारी साह, अमृत लाल सिंह एवं विमला देवी ने खेती,पशुपालन तथा खाद्य प्रसंस्करण में अपने अनुभव साझा किया। मौके पर डाॅ0 प्रगतिका मिश्रा, राकेश रोशन कुमार सिंह, अवनीश सिंह वसीम अरकम, शक्ति कुमार गुप्ता, राजेश, राजकुमार प्रजापति, अमर साहनी, जयमंती हेम्ब्रम मौजूद रहे। कार्यक्रम के अन्त में सभी किसानों को गूजबेरी का बिचड़ा वितरित किया गया।कार्यक्रम में शोभाकांत झा, श्रीकांत साह, लखन गोड़ाईत, प्रदीप कुमार साह, मुकेश मुर्मू, दिनेश सिंह, अनिल यादव, दीपक कुमार सुमन, नीतीश आनंद, विष्णु देव सिंह, कलावती देवी, फुलिया देवी, चन्द्रावती देवी आदि प्रगतिशील किसान सम्मिलित हुए।
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