ग्राम समाचार गोड्ढा ब्यूरो रिपोर्ट:- ग्रामीण विकास ट्रस्ट-कृषि विज्ञान केंद्र, गोड्डा के सौजन्य से बोआरीजोर प्रखंड के छोटा सिमरा ग्राम में स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम, प्रगतिशील किसानों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कृषि प्रसार वैज्ञानिक डाॅ. रितेश दुबे ने किसानों को साफ-सफाई अपनाने का मूलमंत्र दिया। उन्होंने बताया कि अपने घर से निकले कूड़ा-करकट, पशुओं का बिछावन, गोबर, मूत्र को एकत्र करके जैविक खाद तैयार किया जा सकता है। जैविक खाद का प्रयोग खेती- बाड़ी में करने से फसलों की उपज बढ़ती है और ताजी सब्जियाँ भी मिल जाती है।पशुपालन वैज्ञानिक डाॅ. सतीश कुमार ने किसानों को स्वच्छता के विषय में बताते हुए कहा कि पशुओं के रहने के आवास की नियमित साफ-सफाई करना चाहिए। जिससे कि पशुओं को खुरैया बीमारी से बचाया जा सके। उन्होंने पशुओं के लिए हरा चारा के लिए सुबबूल पौधे की विशेषताएँ बताई। गृह वैज्ञानिक डाॅ. प्रगतिका मिश्रा ने स्वच्छता के महत्व की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने पोषण वाटिका की विस्तृत जानकारी दी। सभी किसानों को टमाटर तथा सुबबूल का पौधा वितरित किया गया। कार्यक्रम में सबीना मरांडी, ज्योति किस्कू, होपनमय सोरेन, तालामय टुडू, पकू मुर्मू, संझली टुडू, सोनाली बेसरा समेत 66 महिला किसान सम्मिलित हुए।
Godda News: बोअरिजोर के शिमड़ा में स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया
ग्राम समाचार गोड्ढा ब्यूरो रिपोर्ट:- ग्रामीण विकास ट्रस्ट-कृषि विज्ञान केंद्र, गोड्डा के सौजन्य से बोआरीजोर प्रखंड के छोटा सिमरा ग्राम में स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम, प्रगतिशील किसानों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कृषि प्रसार वैज्ञानिक डाॅ. रितेश दुबे ने किसानों को साफ-सफाई अपनाने का मूलमंत्र दिया। उन्होंने बताया कि अपने घर से निकले कूड़ा-करकट, पशुओं का बिछावन, गोबर, मूत्र को एकत्र करके जैविक खाद तैयार किया जा सकता है। जैविक खाद का प्रयोग खेती- बाड़ी में करने से फसलों की उपज बढ़ती है और ताजी सब्जियाँ भी मिल जाती है।पशुपालन वैज्ञानिक डाॅ. सतीश कुमार ने किसानों को स्वच्छता के विषय में बताते हुए कहा कि पशुओं के रहने के आवास की नियमित साफ-सफाई करना चाहिए। जिससे कि पशुओं को खुरैया बीमारी से बचाया जा सके। उन्होंने पशुओं के लिए हरा चारा के लिए सुबबूल पौधे की विशेषताएँ बताई। गृह वैज्ञानिक डाॅ. प्रगतिका मिश्रा ने स्वच्छता के महत्व की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने पोषण वाटिका की विस्तृत जानकारी दी। सभी किसानों को टमाटर तथा सुबबूल का पौधा वितरित किया गया। कार्यक्रम में सबीना मरांडी, ज्योति किस्कू, होपनमय सोरेन, तालामय टुडू, पकू मुर्मू, संझली टुडू, सोनाली बेसरा समेत 66 महिला किसान सम्मिलित हुए।
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