ग्राम समाचार, पाकुड़। अमड़ापाड़ा सोमवार को गौरपाड़ा फुटबॉल मैदान में पहाड़िया समाज जनहित समिति के बैनर तले बैठक आयोजित की गई। बैठक में संथाल परगना के वंचित पहाड़िया जाति को अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल करने को लेकर चर्चा की गई। कार्यक्रम में पहुँचे पहाड़िया नेता सह भाजपा के बरहेट विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी सिमोन मालतो संथाल परगना के वंचित पहाड़िया जाति को लेकर चिंता जताई। बैठक के दौरान ही केंद्रीय जनजातीय मंत्री के नाम एक पत्र लिखकर उन्होंने समस्याओं से अवगत कराते हुए उसे जल्द दूर करने को लेकर आग्रह किया गया। बैठक में सरकार के द्वारा आदिम जनजाति समुदाय के लोगों के साथ भेदभाव कराने पर नाराजगी जताई गई। बताया गया कि संताल परगना प्रमंडल के अंतर्गत छः जिला पाकुड़, साहेबगंज, दुमका ,गोड्डा, देवघर और जामताड़ा में अनादिकाल से पहाड़ और झुग्गी झोपड़ियों में निवास करने वाले आदिम जनजाति पहाड़िया का एक ही सनातन धर्म संस्कृति, रिति रिवाज और परम्परा(पहाड़िया मालेर)को देखते हुए अंग्रेजों के कार्यकाल में सन 1925 -26 ई०के ख़ातियानी सर्वे में आदिम जनजाति(पहाड़िया मालेर)को 5(पांच)भागों में माल पहाड़िया,सौरिया पहाड़िया,कुमारभाग पहाड़िया,जाति पहाड़िया,कौम कुमारभाग पहाड़िया बताकर ख़ातियानी रैयतों के पर्चा में दर्ज किया गया था। जिससे माल पहाड़िया सौरिया पहाड़िया को अनुसूचित जनजाति सूची वर्ग संख्या 23 में, माल पहाड़िया 28 में, सौरिया पहाड़िया को अनुसूचित जनजाति सूची वर्ग में शामिल किया गया और कुमारभाग पहाड़िया,जाति पहाड़िया कौम कुमारभाग को जाति सूची की जनगणना के सर्वेक्षण पदाधिकारियो/कर्मचारियों के द्वारा ऊँच नीच, जाति, धर्म, भेदभाव एंव दुर्भवना की नीयत से उपरोक्त वार्णित अति कमजोर पहाड़िया समुदाय को अनुसूचित जनजाति सूची वर्ग संख्या में शामिल करने से वंचित में रखा गया ।जबकि उपरोक्त वर्णित सौरिया पहाड़िया माल पहाड़िया जाति पहाड़िया एंव कुमारभाग पहाड़िया कौम कुमारभाग पहाड़िया का रहन सहन,जन्म मृत्यु एंव शादी विवाह सब एक ही है। पर सरकार द्वारा संचालित विभिन्न प्रकार के योजनाओं से मिलने वाली सुविधा से इन्हें वंचित में रखा जाता है। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि अनुसूचित जनजाति सूची वर्ग संख्या में शामिल कराने तक आदिम जनजाति समाज चुप नहीं बैठेगा। आयोजित बैठक में पहाड़िया भाजपा नेता सुनील पहाड़िया, अनिल पहाड़िया, लिट्टीपाड़ा भाजपा प्रखंड अध्यक्ष शिवप्रसाद पहाड़िया, शिबू पहाड़िया, गोड्डा जिला से जामा पहाड़िया, रामेश्वर पहाड़िया, जयप्रकाश पहाड़िया, सीताराम पहाड़िया,रामु पहाड़िया,नारना पहाड़िया,बमना पहाड़िया, कलेश्वर पहाड़िया, विजय पहाड़िया, हजरा पहाड़िया सहित अन्य लोग मौजूद थे।
Pakur News: अमड़ापाड़ा गौरपाड़ा फुटबॉल मैदान में पहाड़िया समाज जनहित समिति के बैनर तले बैठक आयोजित की गई।
ग्राम समाचार, पाकुड़। अमड़ापाड़ा सोमवार को गौरपाड़ा फुटबॉल मैदान में पहाड़िया समाज जनहित समिति के बैनर तले बैठक आयोजित की गई। बैठक में संथाल परगना के वंचित पहाड़िया जाति को अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल करने को लेकर चर्चा की गई। कार्यक्रम में पहुँचे पहाड़िया नेता सह भाजपा के बरहेट विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी सिमोन मालतो संथाल परगना के वंचित पहाड़िया जाति को लेकर चिंता जताई। बैठक के दौरान ही केंद्रीय जनजातीय मंत्री के नाम एक पत्र लिखकर उन्होंने समस्याओं से अवगत कराते हुए उसे जल्द दूर करने को लेकर आग्रह किया गया। बैठक में सरकार के द्वारा आदिम जनजाति समुदाय के लोगों के साथ भेदभाव कराने पर नाराजगी जताई गई। बताया गया कि संताल परगना प्रमंडल के अंतर्गत छः जिला पाकुड़, साहेबगंज, दुमका ,गोड्डा, देवघर और जामताड़ा में अनादिकाल से पहाड़ और झुग्गी झोपड़ियों में निवास करने वाले आदिम जनजाति पहाड़िया का एक ही सनातन धर्म संस्कृति, रिति रिवाज और परम्परा(पहाड़िया मालेर)को देखते हुए अंग्रेजों के कार्यकाल में सन 1925 -26 ई०के ख़ातियानी सर्वे में आदिम जनजाति(पहाड़िया मालेर)को 5(पांच)भागों में माल पहाड़िया,सौरिया पहाड़िया,कुमारभाग पहाड़िया,जाति पहाड़िया,कौम कुमारभाग पहाड़िया बताकर ख़ातियानी रैयतों के पर्चा में दर्ज किया गया था। जिससे माल पहाड़िया सौरिया पहाड़िया को अनुसूचित जनजाति सूची वर्ग संख्या 23 में, माल पहाड़िया 28 में, सौरिया पहाड़िया को अनुसूचित जनजाति सूची वर्ग में शामिल किया गया और कुमारभाग पहाड़िया,जाति पहाड़िया कौम कुमारभाग को जाति सूची की जनगणना के सर्वेक्षण पदाधिकारियो/कर्मचारियों के द्वारा ऊँच नीच, जाति, धर्म, भेदभाव एंव दुर्भवना की नीयत से उपरोक्त वार्णित अति कमजोर पहाड़िया समुदाय को अनुसूचित जनजाति सूची वर्ग संख्या में शामिल करने से वंचित में रखा गया ।जबकि उपरोक्त वर्णित सौरिया पहाड़िया माल पहाड़िया जाति पहाड़िया एंव कुमारभाग पहाड़िया कौम कुमारभाग पहाड़िया का रहन सहन,जन्म मृत्यु एंव शादी विवाह सब एक ही है। पर सरकार द्वारा संचालित विभिन्न प्रकार के योजनाओं से मिलने वाली सुविधा से इन्हें वंचित में रखा जाता है। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि अनुसूचित जनजाति सूची वर्ग संख्या में शामिल कराने तक आदिम जनजाति समाज चुप नहीं बैठेगा। आयोजित बैठक में पहाड़िया भाजपा नेता सुनील पहाड़िया, अनिल पहाड़िया, लिट्टीपाड़ा भाजपा प्रखंड अध्यक्ष शिवप्रसाद पहाड़िया, शिबू पहाड़िया, गोड्डा जिला से जामा पहाड़िया, रामेश्वर पहाड़िया, जयप्रकाश पहाड़िया, सीताराम पहाड़िया,रामु पहाड़िया,नारना पहाड़िया,बमना पहाड़िया, कलेश्वर पहाड़िया, विजय पहाड़िया, हजरा पहाड़िया सहित अन्य लोग मौजूद थे।
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