ग्राम समाचार, पाकुड़। राष्ट्रीय साधन सह मेधा छात्रवृत्ति परीक्षा शनिवार को कदाचारमुक्त माहौल में संपन्न हो गई। जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनी देवी ने परीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया। परीक्षा में शामिल होने के लिए सुबह नौ बजे से ही परीक्षा केंद्र के बाहर छात्रों का हुजूम जुटने लगा था। परीक्षा में कुल 53 छात्र शामिल होने थे। 53 छात्र उपस्थित हुए परीक्षा प्रथम पाली सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक हुई। इसमें मेंटल एबिलिटी और स्कूली एप्टीट्यूट के 90.90 प्रश्न पूछे गए थे। सभी प्रश्नों के लिए एक - एक अंक निर्धारित था। सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 40 प्रतिशत क्वालिफिकेशन अंक अनिवार्य है। वहीं, एससी - एसटी विद्यार्थियों के लिए 32 प्रतिशत क्वालिफिकेशन अंक तय है. उल्लेखनीय हो कि, आठवीं कक्षा के सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों के राष्ट्रीय स्तर की इस परीक्षा के लिए जिले में केंद्र बनाया था सेंटर में कोविड 19 के गाइडलाइन का अनुपालन किया गया था। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बच्चे बैठे थे यह योजना गरीब बच्चों के लिए है, जिनकी पारिवारिक आय 1.5 लाख रुपए सालाना से कम है. छात्रवृत्ति परीक्षा में सफल होनेवाले विद्यार्थियों की मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी। एनसीईआरटी इसे फाइनल करेगा। इसी के आधार पर जिले के कोटे के अनुसार नौवीं से 12वीं तक की पढ़ाई के लिए प्रतिवर्ष 12000 रुपए छात्रवृत्ति के रूप में मिलेंगे छात्रवृत्ति के लिए चयनित विद्यार्थियों को नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर भी आवेदन करना अनिवार्य है पोर्टल पर आवेदन नहीं करने से लाभुक छात्रवृत्ति से वंचित रह जाएंगे।
Pakur News: कदाचारमुक्त माहौल में राष्ट्रीय साधन सह मेधा छात्रवृत्ति परीक्षा संपन्न
ग्राम समाचार, पाकुड़। राष्ट्रीय साधन सह मेधा छात्रवृत्ति परीक्षा शनिवार को कदाचारमुक्त माहौल में संपन्न हो गई। जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनी देवी ने परीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया। परीक्षा में शामिल होने के लिए सुबह नौ बजे से ही परीक्षा केंद्र के बाहर छात्रों का हुजूम जुटने लगा था। परीक्षा में कुल 53 छात्र शामिल होने थे। 53 छात्र उपस्थित हुए परीक्षा प्रथम पाली सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक हुई। इसमें मेंटल एबिलिटी और स्कूली एप्टीट्यूट के 90.90 प्रश्न पूछे गए थे। सभी प्रश्नों के लिए एक - एक अंक निर्धारित था। सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 40 प्रतिशत क्वालिफिकेशन अंक अनिवार्य है। वहीं, एससी - एसटी विद्यार्थियों के लिए 32 प्रतिशत क्वालिफिकेशन अंक तय है. उल्लेखनीय हो कि, आठवीं कक्षा के सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों के राष्ट्रीय स्तर की इस परीक्षा के लिए जिले में केंद्र बनाया था सेंटर में कोविड 19 के गाइडलाइन का अनुपालन किया गया था। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बच्चे बैठे थे यह योजना गरीब बच्चों के लिए है, जिनकी पारिवारिक आय 1.5 लाख रुपए सालाना से कम है. छात्रवृत्ति परीक्षा में सफल होनेवाले विद्यार्थियों की मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी। एनसीईआरटी इसे फाइनल करेगा। इसी के आधार पर जिले के कोटे के अनुसार नौवीं से 12वीं तक की पढ़ाई के लिए प्रतिवर्ष 12000 रुपए छात्रवृत्ति के रूप में मिलेंगे छात्रवृत्ति के लिए चयनित विद्यार्थियों को नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर भी आवेदन करना अनिवार्य है पोर्टल पर आवेदन नहीं करने से लाभुक छात्रवृत्ति से वंचित रह जाएंगे।
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