इन्दिरा गाँधी विश्वविद्यालय, मीरपुर, रेवाड़ी के भूगोल विभाग द्वारा आज दिनांक 24 दिसम्बर, 2020 को रिमोट सैंन्सिंग एण्ड भौगोलिक सूचना प्रणाली पर एक्शटेंशन लेक्चर श्रृंखला का आयोजन किया गया। इसी क्रम में दिनांक 25 और 29 को इसी श्रृंखला का इसी विषयों से सम्बधित इस कार्यक्रम श्रृखला को आगे भी जारी रखा जाएगा।इस कार्यक्रम का शुभारम्भ विभाग के प्रभारी डॉ. देवेन्द्र सिंह ने किया। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के भूगोलन विभाग के प्रो. राजेश्वरी जी थी। उन्होंने रिमोट सैंन्सिंग: स्पैक्ट्रल सिग्नेचर एण्ड रेजोल्यूशन और प्रीप्रोसेसिंग और क्लासिफिकेशन ऑफ स्टेलाइट इमेजरी पर अपना व्याख्यान दिया।
Rewari News : भूगोल विभाग द्वारा रिमोट सैन्सिंग एण्ड भौगालिक सूचना प्रणाली पर एक्शटेंशन लेक्चर श्रृंखला का आयोजन किया गया
दिनांक 25 दिसम्बर, 2020 को प्रातः 10 बजसे 11ः30 बजे और दोपहर 12 बजे से 01ः30 बजे तक फण्डामेंटल ऑफ रिमोट संेन्सिंग एण्ड भौगोलिक सूचना प्रणाली पर तथा रिर्साेस मेंपिंग एण्ड मैनेजमैंट विषय जिसके मुख्य वक्ता कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र के भूभौतिकी विभाग के प्रोफेसर बी.एस. चौधरी जी, और
दिनांक 29 दिसम्बर, 2020 को प्रातः 10ः30 बजे से 12 बजे तथा 2ः30 बजे से 04ः00 बजे तक रेडियशन प्रिसीपल्स, इलैक्ट्रोमेग्नेटिक रेडियशन एण्ड रिमोट संेसिंग सेटेलाइटस, सेटेलाइट ऑरबिट, संेसरस और सेटेलाइट इमेज विषय जिसके मुख्य वक्ता महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक, भूगोल विभाग के प्रोफेसर प्रमोद भारद्वाज जी रहेंगे।
आज के इस व्याख्यान के भूगोल विभाग के छात्रो तथा अन्य विभागों के छात्रों द्वारा इस व्याख्यान को सराहा गया। आज के इस व्याख्यान में उपस्थित व्याख्यान वक्ता का डॉ. जितेन्द्र सिंह तथा डॉ. सुनीता नागपाल द्वारा धन्यवाद किया गया। इस व्याख्यान का लगभग 100 छात्रों और प्रोफेसशनल ने लाभ उठाया। यदि अन्य इसका लाभ उठाना चाहता है तो दिए गए लिंक http://meet.google.com/mpj-vqwe-hsm पर इस विषय का लाभ उठा सकता है। इस श्रृंखल का भाग-2 नववर्ष (जनवरी) माह के प्रथम सप्ताह में प्रारम्भ होगा जिसके विवरण विश्वविद्यालय की वैबसाइट पर उपलब्ध है। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग से डॉ. सुनील कुमार, पर्यावरण विभाग से डॉ. अशोक बंसल, योग विभाग से डॉ. सुरजीत डबास, बोटनी विभाग से डॉ. नरेन्द्र कुमार तथा अन्य विभागों से अध्यापकगण उपस्थित थे। इस कार्यक्रम के समय भूगोल विभाग के सभी स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।
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