ग्राम समाचार,चांदन,बांका। चांदन प्रखंड के अंतर्गत चतराहन गांव के रहने वाली लता मरंडी पति केराबिन हेम्बर्म जब पटना से लौटकर घर वापसी आई तो लोगों ने कोरोना संक्रमण बताते हुए गांव से ही बाहर करते हुए अस्पताल की ओर लौटा दिया। जब महिला चांदन प्रखंड
कार्यालय पहुंची तो प्रेस वार्ता में लता मरंडी ने बताइ कि मैं पटना में मजदूरी का काम करती हूं इस कोरोना के महामारी को देखते हुए मुझे ऐसा लगा कि कहीं लॉकडाउन अगर हो गया तो फिर मैं एक महिला के नाते पटना में कहां रहूंगी। इस कारण ससमय पटना से चलकर जब अपना गांव चतराहन पहुंची तो, गांव के लोगों ने मुझे घर घुसने से मना कर दिया यहां तक कि परिवार जनों ने भी सीधे हॉस्पिटल जाने को कहने
लगे। तभी चांदन हॉस्पिटल पहुंचने पर लता मरांडी ने करोना की जांच करवाई जांच के करम में नेगेटिव पाया गया। और फिर पुनः उसे कोरोना के प्रमाण पत्र नहीं होने के सबूत लेकर गांव पहुची तब जाकर उसे गांव वालों ने शरण दिया। इस तरह दुबारा व पुनः लोट कर कोरोना वापस आना ,जो महामारी कोरोना से लोग शहर से गांव तक काफी भयभीत हो गए हैं। जो कोविड-19 की गाइडलाइन पालन करना बहुत जरूरी है ।पूरे
देश में इस समय कोविड-19 महामारी से लोग जूझ रहे हैं ऐसी परिस्थिति में संयम रहना बहुत जरूरी है। चान्दन अस्पताल के जांचकर्ता कमलेश एवं डीएमटी चंदन कुमार ने बताया कि लता मरांडी काफी सुरक्षित है। किसी तरह कोविड-19 का शिकार नहीं है। अतः इसे गांव में रहना कोई दिक्कत की बात नहीं है।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन,बांका।
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