ग्राम समाचार, गोड्डा ब्यूरो रिपोर्ट:- आज दिनांक 19.04.2021 को जेएसएलपीएस के जिला प्रबंधक (सामाजिक विकास) कुमार राहुल के द्वारा सभी प्रखंडों के नव चयनित प्रखण्ड रिसोर्स पर्सन (बीआरपी- सामाजिक विकास) को सामाजिक विकास के विभिन्न कार्य व योजनाओ और प्रवासियों के लिए लाई गई नई परियोजना श्रम सम्मान के बारे मे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही कोविड - 19 जागरूकता एवं व्यवहार परिवर्तन के बारे मे भी जानकारी दी गई। श्रम सम्मान परियोजना मुख्य रूप से वैसे प्रवासी मजदूरो के लिए बनाई गई है, जो अपने गांव मे ही वापस आकर रहने लगे हैं और जिनका रोजगार कोविड-19 महामारी के कारण समाप्त हो गया है। कोविड-19 महामारी के दौरान झारखण्ड राज्य के विभिन्न राज्यो से वापस आए प्रवासी ग्रामीण परिवारो के सामाजिक-आर्थिक संबंधी जोखिम निवारण हेतू जेएसएलपीएस द्वारा पायलट परियोजना का शुभारंभ किया गया है। झारखण्ड राज्य के 11 जिलो के 33 प्रखण्डो मे यह चलाया जा रहा है। जिसमे गोड्डा जिला के तीन प्रखण्ड क्रमश: गोड्डा-सदर, मेहरमा और ठाकुरगंगटी है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य है कि लॉकडाउन के दौरान वापस हुए प्रवासी मजदूरो को उनके छूटे हुए रोजगार से पुनः जोड़कर, स्थानीय स्तर पर रोजगार हेतू सहयोग, सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी सेवा से लाभान्वित कराना और उनकी वास्तविक समस्याओ व शिकायत के लिए एक मंच उपलब्ध कराना है। जिसके परिणामस्वरूप सभी लक्षित परिवार को कम-से-कम एक आजीविका गतिविधि से जोङकर उन्हे तकनीकी सहयोग प्रदान करना, जिसके परिणाम स्वरूप उनकी आमदनी न्यूनतम 1 लाख प्रतिवर्ष हो सके। साथ ही सभी लक्षित परिवार (विशेष कर महिला व बच्चे) को आधारभूत स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित सहयोग भी प्रदान करना, ताकि जोखिम की संभावना को कम किया जा सके। इन्हे मनरेगा आदि सरकारी योजनाओ से जोड़कर उनके जीविकोपार्जन के साधन उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही जो पुनः परदेश वापस जाकर कार्य करने को इच्छुक है, उनका पंजीकरण कराना और बीमा सहित अन्य सरकारी लाभ दिलाया जाना है। इसके लिए पंचायत स्तर पर हेल्प डेस्क बनाया जाएगा, जहां सभी प्रवासी मजदूरो को सभी आवश्यक सहयोग प्रदान की जाएगी। सभी बीआरपी को असुरक्षित परिवारो के सर्वेक्षण करने की भी जानकारी दी गई। बाहर से वापस आने वाले सभी प्रवासी को टीकाकरण के लिए जागरूक करने के साथ साथ कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार की जानकारी दिए जाने पर भी प्रशिक्षित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को जेएसएलपीएस के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री सुशील कुमार दास के द्वारा भी संबोधित किया गया और वीडियो कांफ्रेंसिंग में भाग लिए सभी रिसोर्स पर्सन को आवश्यक दिशा-निर्देश एवं मार्गदर्शन दिया गया। आज के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 से लड़ने का पंचसूत्र, टीकाकरण संबंधित जानकारी, कोविड-19 से बचने हेतु आवश्यक सावधानियां, मास्क एवं सैनिटाइजर आदि के उपयोग आदि के बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया गया । इसके अतिरिक्त प्रखंड रिसोर्स पर्सन को कोविड -19 के एसओपी का अनुपालन करते हुए बाहर से वापस आए प्रवासियो मे से सबसे अधिक असुरक्षित परिवारो का सर्वेक्षण और टीकाकरण हेतू जागरूकता कार्यक्रम की कार्ययोजना बनाई गई|
Godda News: नव चयनित बीआरपी को श्रम सम्मान का प्रशिक्षण दिया गया
ग्राम समाचार, गोड्डा ब्यूरो रिपोर्ट:- आज दिनांक 19.04.2021 को जेएसएलपीएस के जिला प्रबंधक (सामाजिक विकास) कुमार राहुल के द्वारा सभी प्रखंडों के नव चयनित प्रखण्ड रिसोर्स पर्सन (बीआरपी- सामाजिक विकास) को सामाजिक विकास के विभिन्न कार्य व योजनाओ और प्रवासियों के लिए लाई गई नई परियोजना श्रम सम्मान के बारे मे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही कोविड - 19 जागरूकता एवं व्यवहार परिवर्तन के बारे मे भी जानकारी दी गई। श्रम सम्मान परियोजना मुख्य रूप से वैसे प्रवासी मजदूरो के लिए बनाई गई है, जो अपने गांव मे ही वापस आकर रहने लगे हैं और जिनका रोजगार कोविड-19 महामारी के कारण समाप्त हो गया है। कोविड-19 महामारी के दौरान झारखण्ड राज्य के विभिन्न राज्यो से वापस आए प्रवासी ग्रामीण परिवारो के सामाजिक-आर्थिक संबंधी जोखिम निवारण हेतू जेएसएलपीएस द्वारा पायलट परियोजना का शुभारंभ किया गया है। झारखण्ड राज्य के 11 जिलो के 33 प्रखण्डो मे यह चलाया जा रहा है। जिसमे गोड्डा जिला के तीन प्रखण्ड क्रमश: गोड्डा-सदर, मेहरमा और ठाकुरगंगटी है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य है कि लॉकडाउन के दौरान वापस हुए प्रवासी मजदूरो को उनके छूटे हुए रोजगार से पुनः जोड़कर, स्थानीय स्तर पर रोजगार हेतू सहयोग, सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी सेवा से लाभान्वित कराना और उनकी वास्तविक समस्याओ व शिकायत के लिए एक मंच उपलब्ध कराना है। जिसके परिणामस्वरूप सभी लक्षित परिवार को कम-से-कम एक आजीविका गतिविधि से जोङकर उन्हे तकनीकी सहयोग प्रदान करना, जिसके परिणाम स्वरूप उनकी आमदनी न्यूनतम 1 लाख प्रतिवर्ष हो सके। साथ ही सभी लक्षित परिवार (विशेष कर महिला व बच्चे) को आधारभूत स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित सहयोग भी प्रदान करना, ताकि जोखिम की संभावना को कम किया जा सके। इन्हे मनरेगा आदि सरकारी योजनाओ से जोड़कर उनके जीविकोपार्जन के साधन उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही जो पुनः परदेश वापस जाकर कार्य करने को इच्छुक है, उनका पंजीकरण कराना और बीमा सहित अन्य सरकारी लाभ दिलाया जाना है। इसके लिए पंचायत स्तर पर हेल्प डेस्क बनाया जाएगा, जहां सभी प्रवासी मजदूरो को सभी आवश्यक सहयोग प्रदान की जाएगी। सभी बीआरपी को असुरक्षित परिवारो के सर्वेक्षण करने की भी जानकारी दी गई। बाहर से वापस आने वाले सभी प्रवासी को टीकाकरण के लिए जागरूक करने के साथ साथ कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार की जानकारी दिए जाने पर भी प्रशिक्षित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को जेएसएलपीएस के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री सुशील कुमार दास के द्वारा भी संबोधित किया गया और वीडियो कांफ्रेंसिंग में भाग लिए सभी रिसोर्स पर्सन को आवश्यक दिशा-निर्देश एवं मार्गदर्शन दिया गया। आज के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 से लड़ने का पंचसूत्र, टीकाकरण संबंधित जानकारी, कोविड-19 से बचने हेतु आवश्यक सावधानियां, मास्क एवं सैनिटाइजर आदि के उपयोग आदि के बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया गया । इसके अतिरिक्त प्रखंड रिसोर्स पर्सन को कोविड -19 के एसओपी का अनुपालन करते हुए बाहर से वापस आए प्रवासियो मे से सबसे अधिक असुरक्षित परिवारो का सर्वेक्षण और टीकाकरण हेतू जागरूकता कार्यक्रम की कार्ययोजना बनाई गई|
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