ग्राम समाचार, रांची। झारखंड में गोड्डा जिले के मेहरमा थाने में अपनी गिरफ्तारी की मांग को लेकर कांग्रेस MLA दीपिका पांडेय सिंह का हाई वोल्टेज ड्रामा सोमवार दोपहर बाद से शुरू होकर देर शाम तक चला।
सोमवार को झारखंड के महागामा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस MLA दीपिका पांडेय सिंह मेहरमा थाना में लगभग तीन बजे से अपनी गिरफ्तारी देने पहुंच गई।
मामले को तूल पकड़ता देख मौके पर महागामा के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शिव शंकर तिवारी, पुलिस निरीक्षक रमाकांत तिवारी, बीडीओ अभिषेक सिंह, सीओ सुनील कुमार, थाना प्रभारी पल्लवी कुजूर ने मामले को शांत करने का प्रयास किया लेकिन MLA ने किसी की एक ना सुनी। माननीया एक ही बात बार बार कहती रही कि मेरे खिलाफ एफआईआर हुई है मुझे गिरफ्तार किया जाए।
क्या है मामला ?
मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि पूर्व में पदस्थापित थाना प्रभारी कश्यप गौतम (जो अभी निलंबितत हैं) ने मेहरमा थाना में आवेदन देकर आरोप लगया है कि - " रविवार को पुलिस केंद्र गोड्डा से लंबित कांड का दस्तावेज वर्तमान थाना प्रभारी को सोपने के लिए मेहरमा आया था। एक प्रतिष्ठित ब्यक्ति राजेश लाला के बुलाने पर चाय पीने के लिए रुका था। इसी दरमियान विधायक दीपिका पांडेय सिंह एवं उनके सहयोगी रॉबिन मिश्रा द्वारा बत्तमीजी के साथ गाली गलौज करने तथा दस्तावे छिनने जैसी घटना को अंजाम दिया गया।"
इधर घटना की जानकारी पुलिस एसोसिएशन को मिलते ही घटना को शर्मनाक बताते हुए आरोपियों पर कड़ी निंदा की ओर जाँच कर कार्यवाही की मांग की है।
वहीं मामले को लेकर विधायक का कहना है कि- "उनके उपर जो भी आरोप लगाया है वह बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि कश्यप गौतम को भ्र्ष्टाचार में लिप्त रहने के कारण निलंबित किया गया है हमारी लड़ाई भ्र्ष्टाचार के खिलाफ जारी था और रहेगा।"
उन्होंने कहा कि - मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज हुआ है तो मुझे गिरफ्तार करे इसी को लेकर मैं थाने में आई हूं। लगभग 5 घंटे थाने में बैठने के बाद गिरफ्तारी नहीं होने के बाद लगभग रात आठ बजे वे थाना से चली गई।
- कैलाश शर्मा, ग्राम समाचार महागामा (गोड्डा)।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें