ग्राम समाचार, पाकुड़। कोरोना संक्रमण से बढ़ते प्रभाव को देखते हुए बैंकों के समय में भी बदलाव किया गया है। राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी (एसएलबीसी) की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई बैठक में मंगलवार को अहम निर्णय लिया गया। इसके तहत अब प्रदेश भर के बैंकों का समय सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक ही रहेगा। कोरोना काल के दौरान रोजाना महज 4 घंटे के लिए ही लोगों को बैंकिंग सुविधाएं मुहैया हो सकेगी। यह आदेश 22 अप्रैल से लागू होगा और 30 अप्रैल तक प्रभावी रहेगा। जरूरत पड़ने पर आदेश को आगे भी जारी रखा जाएगा। राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक के बैंकिंग कार्यकाल के दौरान अभी निम्न प्रकार की सेवाएं ही मुहैया होंगी। इसके तहत नगद जमा नगद निकासी, चेकों की क्लीयरिंग, रेमिटेंस और सरकारी लेनदेन ही होंगे। बता दें कि मौजूदा हालात को देखते हुए बैंकों में 50% कर्मचारियों की ही उपस्थिति रहेगी। उक्त व्यवस्था रोटेशनल मोड में रहेगी। एसएलबीसी के अनुसार एटीएम कैश लोडिंग वेंडर, कोर बैंकिंग सलूशन प्रोजेक्ट, ऑफिस इन डाटा सेंटर, डाटा रिकवरी सेंटर, एटीएम बैक ऑफिस, सिक्योरिटी ऑपरेशंस सेंटर फॉर साइबर सिक्योरिटी, सर्विस ब्रांच, क्लीयरिंग हाउस, बैंक ट्रेजरी ऑफिस, फॉरेक्स बैक ऑफिस एंड स्विफ्ट सेंटर, मुख्यालय समेत अन्य सभी सेवाएं सामान्य रूप से संचालित होंगी।
Pakur News: बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए बैंकों के समय में बड़ा बदलाव, एसएलबीसी की बैठक में लिया गया निर्णय.
ग्राम समाचार, पाकुड़। कोरोना संक्रमण से बढ़ते प्रभाव को देखते हुए बैंकों के समय में भी बदलाव किया गया है। राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी (एसएलबीसी) की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई बैठक में मंगलवार को अहम निर्णय लिया गया। इसके तहत अब प्रदेश भर के बैंकों का समय सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक ही रहेगा। कोरोना काल के दौरान रोजाना महज 4 घंटे के लिए ही लोगों को बैंकिंग सुविधाएं मुहैया हो सकेगी। यह आदेश 22 अप्रैल से लागू होगा और 30 अप्रैल तक प्रभावी रहेगा। जरूरत पड़ने पर आदेश को आगे भी जारी रखा जाएगा। राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक के बैंकिंग कार्यकाल के दौरान अभी निम्न प्रकार की सेवाएं ही मुहैया होंगी। इसके तहत नगद जमा नगद निकासी, चेकों की क्लीयरिंग, रेमिटेंस और सरकारी लेनदेन ही होंगे। बता दें कि मौजूदा हालात को देखते हुए बैंकों में 50% कर्मचारियों की ही उपस्थिति रहेगी। उक्त व्यवस्था रोटेशनल मोड में रहेगी। एसएलबीसी के अनुसार एटीएम कैश लोडिंग वेंडर, कोर बैंकिंग सलूशन प्रोजेक्ट, ऑफिस इन डाटा सेंटर, डाटा रिकवरी सेंटर, एटीएम बैक ऑफिस, सिक्योरिटी ऑपरेशंस सेंटर फॉर साइबर सिक्योरिटी, सर्विस ब्रांच, क्लीयरिंग हाउस, बैंक ट्रेजरी ऑफिस, फॉरेक्स बैक ऑफिस एंड स्विफ्ट सेंटर, मुख्यालय समेत अन्य सभी सेवाएं सामान्य रूप से संचालित होंगी।
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