हमारा परिवार के तत्वावधान में कोरोना काल का ध्यान रखते हुए ‘दिव्य संकल्पों से दिव्य सृष्टि का निर्माण करें’ कार्यक्रम का आॅनलाइन प्रसारण किया गया। संस्था के संयोजक दिनेश कपूर ने बताया कि सूर्य नमस्कार के 12 अभ्यास हम नित्य प्रति प्रातःकाल करें। इसके अभ्यास से शरीर निरोग, हृदय स्वस्थ, मस्तिष्क ऊजा्र युक्त व आकर्षक व्यक्तित्व का निर्माण होता है। वस्तुतः हमारे शरीर के निर्माण में जो अग्नि तत्व है वह सूर्य का ही अंश है। इसके अभ्यास से हममे संकल्प शक्ति का विकास होता है।
हमारी सभी रोगों से लड़ने की शक्ति तेजी से बढ़ते है व हम जीवन में चुनौतियों का सामना आसानी से कर सकते हैं। संस्था के सहसंयोजक परवीन ठाकुर ने कहा कि वज्रासन, सर्वागासन, पवनमुक्त आसन व बजरंग आसन हम आसानी से अपने घर पर रहकर कर सकते है। अपने परिवार सहित हम सभी स्वस्थ रहे, निरोग रहे, इसके लिये हमें नितय योगासन व प्रणायाम के अभ्यास करना होगा। योगासन करने के दिनों में अधिकतम फलाहार व पोष्टिक भोजन करें जिससे आपके अंदर बड़ी तेजी से रोग प्रतिरोधात्मक शक्ति बढ़ेगी व आप निरोग जीवन का परिवार सहित आनंद ले पायेंगे। कार्यक्रम में आॅनलाइन बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।
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