ग्राम समाचार, पथरगामा ब्यूरो रिपोर्ट:- हूल फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष संजीव कुमार महतो ने बताया कि कुड़मालि भाषा संस्कृति और स्वशासन पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 9 व 10 अप्रेल को गोड्डा जिला अंतर्गत पथरगामा प्रखंड के रांगाटाड़ विवाह भवन में किया गया है। यह कार्यक्रम कुड़मि कबिला के परंपरागत स्वशासन के द्वारा संचालित अंतरराष्ट्रीय संगठन "माहादेश मड़ल जाड़पा" के मार्ग दर्शन पर किया गया है । इस कार्यक्रम में संथालपरगना के सभी छ: जिला के प्रशिक्षु और कुड़मि समुदाय के आमंत्रित बुद्धिजीवी भाग लेंगे। बतौर प्रशिक्षक प्रो डाॅ भुतनाथ महतो, कुड़मालि भाषाविद प्रो पांडव महतो, इतिहासकार प्रो डाॅ राकेश महतो, रामदयाल मुंडा जनजातीय शोध संस्थान के जनजातीय महापुरुषों के जीवनी व योगदान के शोधकर्ता महादेव डुंगरिआर, कुड़मि कबिला स्वशासन यानि महतो परगनैत स्वशासन (बइसि) शोधकर्ता बी सी माहतो, डाॅ निरीश बनुआर, नेगाचारि गुरु अनंत काड़ुआर, सांस्कृतिविद दीपक पुइनरिआर व कुड़मालि भाखिचारि आंकड़ा बोकारो से निताय सांखुआर और आनंद बानुहड़ आदि विद्वान द्वारा प्रशिक्षण कार्य एवं उद्धबोधन किया जाएगा| कुड़मालि भाषा को जिलास्तरीय बहाली में मान्यता पर प्रथम सत्र में चर्चा होगी और कैसे आंदोलन को सफल किया जाय इसकी रणनीति बनाई जायेगी। उसके बाद कुड़मालि भाखि चारि बइसि पर चर्चा और प्रशिक्षण कार्यक्रम चलेगा व अंतिम सत्र में कुड़मालि भाषा संस्कृति व स्वशासन के संरक्षण संवर्धन के लिए संथालपरगना प्रमंडल के सभी जिलों के ईकाई "मड़ल जाड़पा" का गठन किया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम की तैयारी निर्मल कुमार महतो, संदीप कुमार महतो, मिथुन कुमार महतो, गौतम महतो, पंकज महतो, दिनेश महतो, दीपक महतो, भजन महतो, त्रिलोचन महतो, पंकज कुमार महतो, श्यामसुंदर महतो आदि जिला के सभी वरीय लोगों के देखरेख में कर रहे हैं।
अमन राज:-
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें