ग्राम समाचार न्यूज : रेवाड़ी : सुप्रीम कोर्ट द्वारा किसानों को गाड़ी से रौंदकर चार किसानों की हत्या एवं अनेक किसानों को गम्भीर रूप से घायल करने के अपराधी केन्द्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा टैनी के लड़के आशीष मिश्रा की जमानत रद्द करने के फैसले का स्वागत किया इस फैसले से किसानों को हुई न्याय की उम्मीद। यह बात भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव रामकिशन महलावत के प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कही। गौरतलब है कि किसान आन्दोलन के दौरान 25 सितंबर को केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टैनी ने सार्वजनिक मंच से किसानो को कुचलने की धमकी दी थी, देश में कानून व्यवस्था होती तो सरकार उसी समय अपराधी पर लगाम लगाने के लिए मंत्रिमंडल से बर्खास्त करके अजय मिश्रा को सलाखों मे देती तो अवश्य अजय मिश्रा के लड़के द्वारा 3 अक्टूबर क निहत्थे किसानो पर पिछे से थार जीप व दो अन्य गाडियां चढाकर रौंदने से बचाया जा सकता था, लेकिन सरकार का रवैया किसानों के प्रति शुरू से ही अन्यायपूर्ण था। इसीलिए ऐसे गुण्डों के सहारे कुचलना चाहती धी। ऐसी जघन्य घटना को अंजाम देने के बाद भी सरकार अपराधियों को बचा रही है। तथा आजतक भी षडयंत्रकारी अजय मिश्रा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त नही किया बल्कि किसानों पर झूठ मुकदमे दर्ज करके गिरफ्तार कि जा रहा है। आज सुप्रीम कोर्ट के जमानत रद्द करने के फैसले से किसानों को अवश्य न्याय की उम्मीद हुई है।सरकार तो आज भी संयुक्त किसान मोर्चा के साथ 9 दिसम्बर को हुए लिखित समझौते को पूरा नही कर रही। भारतीय किसान यूनियन सरकार से मांग करती है कि संयुक्त किसान मोर्चा से हुए समझौते को तुरंत लागु करे तथा अजय मिश्रा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
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