ग्राम समाचार,बौंसी,बांका। पापहरणी स्थित श्मशान घाट की स्थिति दिन प्रतिदिन दयनीय होती जा रही है। बताते चलें कुछ वर्ष पूर्व पापहरणी श्मशान घाट पर बिजली व्यवस्था हेतु एक स्ट्रीट लाइट लगाया गया था, जो वर्षों से बंद पड़ा हुआ है। समस्या एक हो तो बताया जाए यहां बिजली के साथ-साथ पानी की भी किल्लत है, दूर-दूर से लोग यहां शवों का अंतिम संस्कार करने हेतु आते हैं। कोई सुबह के समय आता है कोई रात के समय आता है किंतु सबसे बड़ी समस्या यह है कि रात्रि के वक्त शवों को जलाने के समय श्मशान घाट में बिजली की कोई व्यवस्था नहीं है। लोगों को रात्रि के अंधेरे में ही श्मशान घाट पर शवों को जलाना पड़ता है, चारों तरफ जंगल झाड़ होने के कारण सांप बिच्छू आदि का भी भय रात्रि में बना रहता है, ऐसे में बहुत बड़ी समस्या लोगों के सामने बनी हुई है।
इसके अलावा इतनी भीषण गर्मी में श्मशान घाट परिसर पर पानी पीने हेतु किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं है। इस संबंध में श्मशान घाट में शवों की अंत्येष्टि करवाने वाले घाट के राजा करण जी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि विगत दो ढाई साल से स्ट्रीट लाइट बंद है इस संबंध में उन्होंने कई लोगों को अवगत कराया, किंतु किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया। बातचीत के क्रम में घाट राजा करण ने बताया कि यहां शवों का आना-जाना प्रतिदिन लगा रहता है और इस भीषण गर्मी में यहां बांका, बाराहाट,रजौन, बौंसी, श्यामबाजार, हंसडीहा,सरैयाहाट,पंजवारा, पोड़ेयाहाट के अलावा दूर-दूर से लोग अंतिम संस्कार के लिए आते हैं और सभी लोगों की यही शिकायत रहती है कि कम से कम बिजली और पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। हालांकि इस संदर्भ में समाचार लिखे जाने तक विद्युत विभाग के कनीय अभियंता एवं पीएचईडी विभाग के जूनियर इंजीनियर से संपर्क स्थापित करने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क स्थापित नहीं हो पाया।
कुमार चंदन,ग्राम समाचार संवाददाता, बौंसी।
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