Chandan News: भूमि विवाद के निपटारे को थाना में लगा जनता दरबार, कई मामलों की हुई सुनवाई

ग्राम समाचार,चांदन,बांका। जिला अधिकारी अंशुल कुमार निर्देश पर भूमि विवाद से संबंधित मामलों को लेकर लगातार हर शनिवार को चांदन थाना परिसर में जनता दरबार आयोजित की जा रही है। ज्ञात हो कि इस दरबार से जनताओं में हर छोटी-बड़ी समस्याओं का निदान किया जा रहा है। ज्यादातर जनता दरबार में शिकायत जमीन संबंधी विवाद लेकर वादी एवं प्रतिवादी संतुष्ट व समाधान के लिए थाने पहुंचकर जनता दरबार में पहुंच कर समाधान करा रहे हैं। इसी क्रम में 16 जूलाई शनिवार को चांदन थाना अध्यक्ष नसीम खान के नेतृत्व में पु अ नि चंचल कुमार एवं राजस्व पदाधिकारी आरती भूषण के संयुक्त में चांदन थाना परिसर में कुल 17 भूमि विवाद से संबंधित मामलों को देखा गया जिसमें आठ मामला दर्ज किया गया। और पुराने नौ मामले को जांच की गई। जिसमें पांच मामलों 

को मौके पर ही निष्पादन कर दिया गया। और छः मामले में द्वितीय पक्ष अनुपस्थित रहने के कारण नोटिस जारी किया गया। बाकी मामले में पुर्ण दस्तावेज के अभाव में अगले शनिवार को सुनवाई होने बात बताई गई। बता दें कि जनता दरबार में हर किस्म गरीब लाचार और असहाय के ऊपर मद्दे नजर रखते हुए जनता दरबार से ही समस्याओं का निष्पादन किया जा रहा हैं। इस जनता दरबार से प्रखंड अध्यक्ष में पढ़ने वाले जनता दरबार के सभी इर्द-गिर्द मौजूद व्यक्ति समस्याओं को लेकर जनता दरबार पहुंचते हैं ताकि छोटी मोटी समस्या लेकर न्यायालय का चक्कर काटना ना पड़े। वहीं आंनदपुर ओ पी परिसर में सीआई मृत्युंजय कुमार सिंह अनुपस्थित रहने के कारण भूमि विवाद का निपटारा नहीं हो सका देर शाम तक इन्तजार करने के पश्चात फरियादियों को बेरंग आपस लोटना पड़ा। इस संबंध में अंचलाधिकारी प्रशांत शांडिल्य ने बताया कि श्रावणी मेला में व्यस्त रहने के कारण आंनदपुर ओ पी परिसर में जनता दरबार नहीं लग पाई उम्मीद है अगला शनिवार को विवादित भूमि पर सुनवाई कि जाएगी। 

उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।

Share on Google Plus

Editor - कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बाँका,(बिहार)

ग्राम समाचार से आप सीधे जुड़ सकते हैं-
Whatsaap Number -8800256688
E-mail - gramsamachar@gmail.com

* ग्राम समाचार से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

* ग्राम समाचार के "खबर से असर तक" के राष्ट्र निर्माण अभियान में सहयोग करें। ग्राम समाचार एक गैर-लाभकारी संगठन है, हमारी पत्रकारिता को सरकार और कॉरपोरेट दबाव से मुक्त रखने के लिए आर्थिक मदद करें।
- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें