Pathargama News: पारिवारिक कलह से तंग आकर पति ने की आत्महत्या





ग्राम समाचार, पथरगामा ब्यूरो रिपोर्ट:- सोमवार की देर रात लगभग 11 बजे के आसपास पति-पत्नी की आपसी विवाद के चलते खरियानी निवासी दिलीप मंडल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली l दिलीप मंडल के मरने की खुलासा तब हुई जब सुबह बड़े भाई का बेटा शौच के लिए बाहर निकलने लगा तो उसने घर में चारों तरफ खून बिखरा हुआ देख इसकी जानकारी घर वालों को दी| बड़े भाई ने जब घर का कुंडी खटखटाया तो दिलीप की पत्नी पुष्पा ने फाटक खोला तो उसने देखा की छत में लगे कुंडी से रस्सी के सहारे दिलीप की लाश लटक रही थी| लोगों ने इसकी सूचना पथरगामा थाना को दी| सूचना पाते ही पुलिस निरीक्षक बलवीर सिंह और थाना प्रभारी बलिराम रावत दल बल के साथ मौका ए वारदात पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली और लाश को अपने कब्जे में कर अंत्य परीक्षण हेतु सदर अस्पताल गोड्डा और घायल पुष्पा देवी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा|

  पुलिस को दिए बयान में पुष्पा देवी ने बताया कि दिलीप मंडल से उसका प्रेम विवाह हुआ था| शादी के बाद अब तक दोनों से एक भी संतान नहीं हुआ था| जबकि पहले पति से उसे एक बेटा भी है, जो उससे मिलने  अक्सर आया जाया करता था| दिलीप मंडल हमेशा पुष्पा देवी पर पथरगामा में रहने का दबाव बनाता रहता था | सोमवार की रात में दोनों छत पर सोए हुए थे| रात्रि 10:00 बजे के करीब पुष्पा का तबीयत खराब होने के चलते दोनों उतरकर घर में सोने आ गए| उसी दौरान दिलीप मंडल पत्नी पर पथरगामा में रहने के लिए दबाव बनाने लगा जबकि पत्नी पथरगामा जाने को तैयार नहीं थी| इसी बात पर दोनों में जमकर विवाद हुआ| गुस्से में दिलीप मंडल पुष्पा देवी का गला दबाने लगा और कोयला फोड़ने वाला हथौड़ी से उसके सर पर प्रहार कर दिया जिससे पुष्पा का सर फट गया और  खून बहने लगा| बावजूद दोनों में हाथापाई जारी था जब वह बेहोश होकर गिर पड़ी तो उसे मरा हुआ समझकर दिलीप दहशत में आ गया और उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली|

अमन राज:-

Share on Google Plus

Editor - बेनामी

ग्राम समाचार से आप सीधे जुड़ सकते हैं-
Whatsaap Number -8800256688
E-mail - gramsamachar@gmail.com

* ग्राम समाचार से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

* ग्राम समाचार के "खबर से असर तक" के राष्ट्र निर्माण अभियान में सहयोग करें। ग्राम समाचार एक गैर-लाभकारी संगठन है, हमारी पत्रकारिता को सरकार और कॉरपोरेट दबाव से मुक्त रखने के लिए आर्थिक मदद करें।
- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें