रेजांगला शौर्य समिति ने वीरता पदक से अलंकृत शूरवीरों व शहीदों के सम्मान में 27 अक्टूबर को 1947-48 युद्ध का प्लैटिनम जुबली समारोह आयोजित करने का आग्रह किया।
राष्ट्र की सुरक्षा और सम्मान के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर देने वाले परमवीर चक्र, अशोक चक्र, महावीर चक्र, वीर चक्र आदि वीरता पदक अलंकृत शूरवीरों व शहीदों के सम्मान के लिए पूर्ण समर्पित है रेजांगला शौर्य समिति: राव नरेश चौहान राष्ट्रपूत।
रेवाड़ी- महाराजा हरि सिंह की 26 अक्टूबर 1947 को जम्मू कश्मीर रियासत का भारत राष्ट्र में विलय प्रक्रिया को सुरक्षा कवच प्रदान कराने संबंधी राष्ट्रीय क्रांति के दौरान अपने अदम्य साहस शौर्य और समर्पण का परिचय देने के साथ त्याग और बलिदान देने वाले रणबांकुरों के सम्मान के लिए समर्पित होकर काम कर रही रेजांगला शौर्य समिति ने इन महानायकों के सम्मान में आजादी के अमृत महोत्सव साल में हरियाणा सरकार से हरियाणा के इन महान योद्धाओं व शहीदों के परिजनों को सम्मान स्वरूप प्लैटिनम उपहार प्रदान करने का पुरजोर आग्रह किया है। रेजांगला शौर्य समिति के महासचिव राव नरेश चौहान राष्ट्रपूत ने कहा कि महाराजा हरि सिंह की राष्ट्रीय न्याय की क्रांति में हरियाणा के शूरवीरों ने जिस त्याग और समर्पण का परिचय दिया, उसके लिए देश के हम सभी नागरिकों को उनके सम्मान और उनके परिवारों को न्याय दिलाने के लिए आगे आना चाहिए।
आजादी के अमृत महोत्सव साल में मने 1947-48 युद्ध की प्लेटिनम जुबली रेजांगला शौर्य समिति के महासचिव राव नरेश चौहान राष्ट्रपूत ने मुख्यमंत्री हरियाणा से आग्रह किया है कि आजादी के अमृत महोत्सव साल में सरकार हरियाणा के इन महान योद्धाओं के परिजनों को प्लैटिनम उपहार देकर सम्मानित करे।
जांबाज रणबांकुरों ने पाक कबीलाई घुसपैठियों का किया था डटकर मुकाबला
महाराजा हरि सिंह की 26 अक्टूबर 1947 की राष्ट्र विलय क्रांति में हरियाणा के रणबांकुरे का उल्लेखनीय योगदान रहा है। 27 अक्टूबर 1947 को पाक कबीलाई घुसपैठियों से शुरू हुई लड़ाई में हरियाणा के मैदानी इलाके के जांबाजों ने अपनी जान पर खेलकर जम्मू कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाए रखने में अपना दमखम दिखाया। इस लड़ाई में प्रदेश के 7 रणबांकुरों को वीरता के सर्वोच्च पदक तालिका की दूसरी पायदान वाले महावीर चक्र से अलंकृत किया गया । अंबाला के लेफ्टिनेंट कर्नल आईजेएस बुटालिया, बामला भिवानी के नायक शीशपाल सिंह को मरणोपरांत तथा लांस नायक हरि सिंह बदनपुर जींद, सिपाही मानसिंह खेड़ा मछरौली रोहतक, लेफ्टिनेंट कर्नल हरबंस सिंह विर्क पीली कोठी कैथल, कैप्टन फतेह सिंह करसोला जींद व कर्नल धर्म सिंह बडेसरा भिवानी को जीते जी उत्कृष्ट बहादुरी के लिए महावीर चक्र प्रदान किया गया। इसी प्रकार 27 हरियाणवी शूरवीरों को वीरता पदक तालिका की तीसरी पायदान वाले वीर चक्र से सम्मानित किया गया । लांस नायक राम सिंह चांदपुरा फतेहाबाद, सिपाही मांगेराम नाहरी सोनीपत, हवलदार यादराम खापरवास रोहतक, नायक सरदार सिंह अचीना भिवानी,सूबेदार शारदूल सिंह खेड़ी तलवाना महेंद्रगढ को मरणोपरांत तथा लेफ्टिनेंट कर्नल गिरधारी सिंह बदरोला बल्लभगढ़,कर्नल ब्रिजपाल सिंह बापोडा भिवानी, हवलदार अंगना राम खेड़ा बवानिया महेंद्रगढ,हवलदार धनसी राम बिहाली अटेली, नायक प्रेम सिंह कोहानड करनाल,हवलदार चुनी सिंह तिगडाना भिवानी,नायब सूबेदार शिशपाल सिंह खेडला गुरूग्राम,नायक हरनारायण राम गागडवास लोहारू, सूबेदार मेजर जुगलाल फतेहगढ़ चरखी दादरी,रिसलदार जागे राम नीमली भिवानी, कप्तान ईश्वर सिंह यादव गुड़ाना चरखी दादरी, मेजर ठंडी राम बिश्नोई कॉलोनी हिसार, लेफ्टिनेंट कर्नल भगवान सिंह नया गांव सादत नगर रेवाड़ी,हवलदार हीरालाल मुढंलिया रेवाड़ी, हवलदार महताब सिंह देवसर भिवानी,जमादार थमबू राम पुरखास पुर सोनीपत, सूबेदार मेजर लालचंद गोछी झज्जर, सिपाही जयपाल सिंह रिढाण सोनीपत, कर्नल होशियार सिंह डहीना रेवाड़ी ,लेफ्टिनेंट कर्नल इंदर सिंह कलान सालावास झझर, सूबेदार शयोचंद राम कलेडी फतेहाबाद व सिपाही अमी लाल घोषगढ गुरूग्राम को जीते जी उत्कृष्ट बहादुरी के लिए वीर चक्र प्रदान किया गया।
रेजांगला शौर्य समिति के महासचिव राव नरेश चौहान राष्ट्रपूत ने मुख्य मंत्री हरियाणा सरकार को पत्र प्रेषित कर आग्रह किया है कि प्रदेश की श्रेष्ठ सैन्य परम्परा को नए आयाम प्रदान करने के लिए इन योद्धाओं के पराक्रम व शहादत को सम्मान देने के लिए 27 अक्टूबर को एक राज्य स्तरीय आयोजन के माध्यम से इनके परिजनों को प्लैटिनम उपहार देकर सम्मानित किया जाए। यह आयोजन रेवाड़ी में किया जाए तो समिति इसका सौजन्य प्रदान करने को तैयार है ।
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