स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के तत्वाधान में शहीद सरदार भगत सिंह की 115वीं जयंती पर इंकलाब जिंदाबाद,भारत माता की जय और वंदे मातरम के उद्घोष के साथ भगत सिंह चौक,धारूहेड़ा, रेवाड़ी स्थित प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर महापुरुषों पिछड़े वर्गों के मसीहा ज्योतिबा फुले, प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले,संविधान निर्माता बाबासाहेब आंबेडकर और आजाद हिंद फौज के सेनापति सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमाओं पर स्वच्छता अभियान चलाकर पुष्प अर्पित कर उनकी यादों को चिरस्थाई बनाने हेतु पौधारोपण कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नामकरण शहीद भगत सिंह के नाम पर करने पर आभार जताया गया। "शहीद राष्ट्र की धरोहर"होते हैं विषय पर राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धारूहेड़ा में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नगर पालिका के चेयरमैन कंवर सिंह यादव ने कहा शहीदों की बदौलत हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं।देश की आजादी में महान क्रांतिकारी भगत सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।भगत सिंह के अंदर भी देश भक्ति का जुनून सवार था। वाइस चेयरमैन सत्यनारायण अजय जांगड़ा ने कहा भारत की स्वतंत्रता के लिए भगत सिंह ने अभूतपूर्व साहस के साथ ब्रिटिश सरकार का मुकाबला किया था। भगत सिंह के आदर्श युवा पीढ़ी को हमेशा देशभक्ति के लिए प्रेरित करते रहेंगे।नगर पार्षद डी.के.शर्मा ने कहा शहीद भगत सिंह ने हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर चढ़कर ब्रिटिश सरकार की देश से जड़ें हिला दी थी।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ.आर.के.जांगड़ा विश्वकर्मा, सदस्य,स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा सरकार एसटीएस ने कहा भगत सिंह,चंद्रशेखर आजाद,राजगुरु आदि अनेक क्रांतिकारियों का देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। देश की आजादी की लड़ाई के सूत्रधार भगत सिंह सभी युवाओं के लिए यूथ आइकन थे।शहीदे आजम भगत सिंह के पूरे परिवार के खून में देशभक्ति दौड़ती थी।वह निष्ठुर आलोचक और स्वतंत्र विचारक थे। आजादी के लिए अपनी जान निछावर करने वाले भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव हर हिंदुस्तानी के दिल में बसते हैं। उन्होंने गांधीजी के असहयोग आंदोलन का खुलकर समर्थन किया था।14 वर्ष की आयु में भगत सिंह ने सरकारी स्कूलों में अंग्रेजों की पुस्तकें और कपड़े जलाकर खुलेआम अंग्रेजों को ललकारते थे।उनके नेतृत्व में काकोरी कांड,चोरा चोरी कांड, ब्रिटिश भारत की तत्कालीन सेंट्रल असेंबली के सभागार में बम्ब व पर्चे फेंके और सहायक पुलिस अधीक्षक अंग्रेज अफसर जेपी सांडर्स की हत्या कर लाला लाजपत राय की मृत्यु का बदला लिया। भगत सिंह भारत में समाजवाद के पहले व्याख्याता थे।वह नौजवानों को आजादी के लिए आगे आने हेतु देश भक्ति के नाटक व स्क्रिप्ट लिखकर प्रेरित करते थे।30 अक्टूबर 1928 को भारत आयें साइमन कमीशन का विरोध किया। 23वर्ष की आयु में फ्रांस,आयरलैंड औऱ रूस की क्रांति का विषद अध्ययन किया था।13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग हत्याकांड नें भगत सिंह के मन पर गहरा प्रभाव छोड़ा था ।
अंग्रेजी हुकूमत ने क्रांति के डर से एक दिन पहले 23 मार्च 1931 को भगत सिंह,सुखदेव व राजगुरु को फांसी दे दी गई थी। भगत सिंह और उसके साथियों ने अपना पूरा जीवन देश के नाम कर दिया।इस अवसर पर प्रतिभावान छात्राओं को पौधे भेंट कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना के साथ बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ, पर्यावरण व जल संरक्षण, राष्ट्र सेवा एवं स्वच्छता की शपथ दिलाई गई।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वच्छता के सपने को साकार करने हेतु स्वच्छ भारत मिशन कार्य कर रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत धारूहेड़ा नगर पालिका को स्वच्छ शहर घोषित होने पर स्थानीय निवासियों के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की। कार्यवाहक प्राचार्य मंजू बाला नें छात्रों को नैतिक शिक्षा और अनुशासन की अनुपालना सहित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया। स्कूल के प्रांगण में बेटियों द्वारा महान स्वतंत्रता सेनानियों, महापुरुषों और अमर वीर शहीदों की याद में पौधारोपण किया गया। इस अवसर पर कंवर सिंह चेयरमैन, सत्यनारायण अजय जांगड़ा वॉइस चेयरमैन, कृष्ण यादव, डीके शर्मा, राजकुमार, अनिल कुमार, राजबीर यादव, त्रिलोक धारीवाल, रमाकांत शर्मा आदि पार्षदों सहित राजवीर,तेजपाल, मणिकांत झा, मंजूबाला कार्यवाहक प्राचार्य,जगजीत सिंह मौलिक मुख्य अध्यापक, संदीप रूस्तगी,मनोज,नितिन,उपदेश यादव आदि अध्यापक वर्ग सहित सैकड़ों छात्राएं उपस्थित थी।
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