ग्राम समाचार,चांदन,बांका। एसकेपी विद्या विहार राजपुर प्लस टू आवासीय विद्यालय बांका बिहार में अंतर्राष्ट्रीय नव वर्ष के शुभ अवसर पर वृक्षों में जल देकर शिक्षक ने छात्रों को बताया कि वृक्ष को जितना जल मिलेगा उतना ही वृक्ष इस वातावरण में प्राणवायु ऑक्सीजन छोड़ेगा। बांका बिहार से जीव विज्ञान शिक्षक सह जिला पर्यावरण विशेषज्ञ व भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी बांका जिला ईकाई प्रबंध कमेटी सदस्य तथा जिलाध्यक्ष हरिजन सेवक संघ बांका और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा हेडक्वार्टर वासिंगटन डीसी से संबद्ध प्रवीण कुमार प्रणव ने जगत वासियों को संदेश देते हुए कहा कि सभी अपने आस-पास के वृक्षों में या पौधों में जल जरुर दें। इससे प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया सुचारू रूप
से चलाता है और जल से ही टूटकर प्राणवायु ऑक्सीजन गैस बनता है। जो हमारे शरीर के लिए अति आवश्यक है। हमारे शरीर को अगर शुद्ध प्राकृतिक सुगंधित हवा इक्कीस प्रतिशत प्राणवायु ऑक्सीजन गैस मिल जाए और सभी कोशिकाओं को पहुंच जाए तो शरीर स्वस्थ रहता है और उर्जावान महसूस करता है। बीमार व्यक्ति आसानी से स्वस्थ होने लगता है। जब कोई किसी देश के नियम को तोड़ते हैं तो वह अपराधी बन जाता है और प्रकृति के नियम को तोड़ते हैं तो वह पापी बन जाता है ।इसलिए सभी अपने - अपने राष्ट्र के नियम को सर्वोपरि समझकर नियम का पालन करें और प्रकृति प्रदत जो सब कुछ दिया हुआ है वरदान स्वरुप , उस प्रकृति के नियमों को समझें और उसका पालन करें । साथ ही साथ सच्चे और अच्छे प्रकृति के ज्ञान को और राष्ट्र के ज्ञान को तथा उसके नियम को पढ़ें,लिखें , सोचें, समझें और अपनी भावी पीढ़ी में परिवर्तित करें। इसलिए रामायण जरुर पढें, देखें और सुनें....
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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