Rewari News : स्वतंत्रता सेनानी रामसिंह के पुत्र श्रीभगवान फौगाट को राजभवन में राज्यपाल ने किया सम्मानित

ग्राम समाचार न्यूज : रेवाड़ी : देश की आजादी के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा बनाई गई आजाद हिंद फौज के गुमनाम सैनिकों का रिकार्ड खोजने में जुटे स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय श्री राम सिंह के पुत्र श्री भगवान फौगाट को हरियाणा राजभवन में राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने सम्मानित किया है। इससे पहले उन्होंने राज्यपाल को लिखित अर्जी भी दी है,जिसमें गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिवार को सम्मान दिलाने की मांग है। इस सम्मान के बाद  पत्रकारों से बातचीत में श्रीभगवान फौगाट ने हरियाणा के महामहिम राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय का आभार जताते हुए कहा कि महामहिम ने उनकी लिखित अर्जी पर तत्काल कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। 



उन्होंने बताया कि कई मामलों में यह भी देखा गया है कि जिन स्वतंत्रता सेनानियों को सरकार,प्रशासन और संगठनों द्वारा सम्मानित किया जा चुका है और जिन स्वतंत्रता सेनानियों के स्वर्गवास पर विधानसभा और सरकारी व गैर सरकारी बड़े मंचों पर श्रद्धांजलि दी जा चुकी है। इस तरह के मामलों में भी अभी तक उचित कार्रवाई नहीं हुई। दशकों से इन स्वतंत्रता सेनानियों के परिजन इसका इंतजार कर रहे हैं कि कब राष्ट्रभक्तों को उनका अधिकार मिलेगा। उन्होंने बताया कि इसी तरह का कुरुक्षेत्र जिला का एक केस उनके सामने 2018 में आया था। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के सहयोगी रहे  स्वतंत्रता सेनानी पंडित अमरनाथ के पौत्र आर्यन ने उनके कहने पर डीसी कुरुक्षेत्र को अपने दादा का नाम स्वतंत्रता सेनानी सूची में दर्ज कराने के लिए ईमेल भेजी थी,क्योंकि आर्यन के दादा आजाद स्वतंत्रता सेनानी थे,वह 1931 में घर छोड़ कर चले गए थे और बाद में देशभक्ति की भावना से कई गतिविधियों में संलिप्त रहे,लेकिन द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जब भारत पर हमला हुआ तो वह ब्रिटिश आर्मी में भर्ती हो गए और कोहिमा,रंगून सहित कई जगहों पर तैनात रहे,इस दौरान नेताजी सुभाष चंद्र बोस के आह्वान पर जहां कई युवा आईएएन में शामिल हुए,वहीं अंग्रेजों की सेना में भी बगावत हुई थी,इन्ही में से एक नेताजी के सहयोगी अमरनाथ जी को अंग्रेजी सेना से बगावत की वजह से  ना तो कभी ब्रिटिश आर्मी की ओर से कोई पेंशन मिली और ना ही उनका नाम सरकारी तौर पर स्वतंत्रता सेनानी सूची में जोड़ा दर्ज हुआ। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी अमर नाथ के नवंबर 2002 में निधन के बाद हरियाणा विधानसभा में उन्हें बतौर स्वतंत्रता सेनानी श्रद्धांजलि दी गई,जिसका लिखित सरकारी पत्र उनके घर पहुंचाया गया,लेकिन उसके बाद भी उनका नाम सरकारी तौर पर स्वतंत्रता सेनानी सूची में दर्ज नहीं हुआ। उनके द्वारा 2018 में जब स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय अमरनाथ के परिजनों से संपर्क किया तो इसके बाद कुरुक्षेत्र डीसी को इस विषय में जानकारी दी गई थी और इसके बाद उनका नाम कुरुक्षेत्र के डीसी द्वारा स्वतंत्रता सेनानी सूची में दर्ज कराने के लिए सरकार को भेजा जा चुका है,लेकिन दो साल से ज्यादा हो चुके हैं,अभी तक उनका नाम स्वतंत्रता सेनानी सूची में दर्ज नहीं है।  इस विषय के अलावा हरियाणा के जिन गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों का रिकार्ड मिल चुका है,उनका विषय भी राज्यपाल को लिखित प्रार्थना पत्र में दिया है,इस पर महामहिम ने आश्वासन दिया है इस पर उचित कार्रवाई आवश्य होगी। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्र के गौरव महापुरुषों के सम्मान में लगातार कार्य कर रहे हैं।

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Editor - राजेश शर्मा : रेवाड़ी (हरि.) - 9813263002

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