फरीदाबाद के सूरजकुंड में 19 फरवरी तक लगने वाले अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले के कल शुभारम्भ के बाद आज पर्यटन निगम के चेयरमैन श्री अरविंद यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि सूरजकुंड मेला 'पार्टनर नेशन' के रूप में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) और 'थीम स्टेट' के रूप में भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्र की भागीदारी होगी। विभिन्नता में एकता वाले भारत की संस्कृति और रीति-रिवाजों को करीब से जानने के लिए यह बहुत अच्छी जगह है।
अरविंद यादव ने बताया कि सूरजकुंड मेले में दर्शकों को शानदार हैंडीक्राफ्ट और शिल्प उत्पादों की झलक देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि मेले में जहां एक ओर लोगों को मनोरंजन है वहीं दूसरे देशों व राज्यों की कला एवं संस्कृति से रूबरू होने का भी अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि मेले में विद्यार्थियों के सीखने के लिए भी बहुत कुछ है। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि वे सूरजकुंड मेले में पहुंचकर मेले का आनंद अवश्य लें और दूसरे देशों व राज्यों के खान-पान, पहनावे व संस्कृति आदि को करीब को जाने। चेयरमैन ने बताया कि मेले में 1200 से अधिक स्टाल लगाई गई है जिसमें बाजरे के बिस्कुट, लड्डू, दलिया, रोटी आदि व्यंजन उपलब्ध है।
अरविंद यादव ने बताया कि रेवाड़ी के पीतल कारीगरों ठठेरो द्वारा बनाये जाने वाले पीतल के बर्तन एवं यहाँ की जरी की जुती को भी पहली बार प्रदर्शित किया गया है।
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