किसान नेता समय सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार की बौखलाहट का नजारा कल रात से ही दिखाई देने लगा था। ज़ब समय सिंह जिला प्रधान भारतीय किसान यूनियन चढूनी रेवाड़ी क़े घर रात 10 बजे से पुलिस का पहरा लगा दिया एवं सुबह दरवाजा खोलते ही हिरासत में ले लिया गया और सदर थाना रेवाड़ी ले आये और नज़रबंद कर दिया जो कि एक असंवैधानिक तरीका था पता चलने पर यूनियन के 20-25 पदाधिकारियों एवम किसानो ने ज़ब थाने का घेराव किया उसके बाद लगभग 10 घंटे बाद समय सिंह क़ो रिहा किया गया।
महिला जिला प्रधान लक्ष्मी देवी लिसाना, मुन्नी बुढ़पुर, हरिओम यादव बैरमपुरिया, सवाचंद नम्बरदार, अशोक रोझुवास, जगदीश ग़ुज्जर, अनूप डूंगरवास, राज सिंह ढिल्लों, लोकेश्वर मोहनपुर, धर्मेंदर यादव बैरमपुर, बाबूलाल कालका, राजसिंह बालियर इत्यादि ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए, भाई समय सिंह प्रधान जी क़ो रिहा कराया। ज्ञात रहें सरकार की निरंकुशता की मिशाल है कि किसान यूनियन के सभी जिला प्रधानों, हरियाणा महिला प्रदेश अध्यक्ष सुमन हुड़्डा क़ो दिल्ली और राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी क़ो भी कुरुक्षेत्र से बाहर नहीं निकलने दिया गया। जिसकी किसान यूनियन कडे शब्दों में निंदा करती है और देश की ओलिंपिक पदक विजेता बेटियों के साथ जो बर्बरता की गई उसका खामियाजा सरकार को आगामी चुनावों में भुगतना पड़ेगा।
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