ग्राम समाचार,चांदन,बांका। खबर बांका जिले के चांदन प्रखंड की है। जहां बच्चों को परोसे जाते हैं मिड डे मील का खाना, वह भी टूटे छत के नीचे। प्राप्त जानकारी के अनुसार चांदन प्रखंड के चांदमारी पंचायत अंतर्गत मध्य विद्यालय केन्दुआर (चिताखांड) में मिड डे मील का खाना पकाने वाली रसोईघर का छत खुले आसमान देख रही है। और उसी स्कूल के टूटे बिखरे छत के नीचे बच्चों का मिड डे मील पकाए जाते हैं। और तो और बच्चों को जिस जगह मिड डे मील परोसे जाते हैं जहां विद्यालय के छतों में बड़े बड़े दरारे निकले हुए हैं। जिससे बच्चों पर खतरा बनी हुई है। इस बाबत विद्यालय के सहायक शिक्षक ने बताया कि विद्यालय का जीर्णोद्धार कराने की तैयारी चल रही है।ताजूब इस बात की
है। विद्यालय की भवन इस प्रकार खंडहर में तब्दील होती जा रही है बावजूद विभागीय अधिकारियों को इस बात का कोई असर अब तक नहीं आ रही। यहां तक कि जिला प्रशासन द्वारा जिले के सभी विद्यालयों को रख रखाव एवं रंग रोगन के लिए पैसे आवंटित की गई। बावजूद मध्य विद्यालय केंदुआर में एक भी काम नहीं किया गया है।पुछे जाने पर सहायक शिक्षक ने बताया कि मुझे कुछ नहीं मालूम है। रसोइया कहती हैं टूटे रसोई घर में मिड डे मील पकाना मजबूरी बन गई है। विभागीय स्तर पर जानकारी देने के बावजूद भी विद्यालय का विधि व्यवस्था दुरुस्त नहीं कराए जा रहे हैं। दूसरी तरफ विद्यालय के चारों ओर गंदगी का अंबार लगी हुई है। विद्यालय परिसर में एक चापाकल है जो खराब पड़े हैं मिड डे मील पकाने की लिए जल मीनार से आने वाली पानी ही मुख्य साधन है।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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