ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बांका। प्रखंड क्षेत्र के ओड़हारा पंचायत के अंतर्गत जगदीशपुर, मालती, व महादेवपुर गांव में बीते कई वर्षों से आंगनबाड़ी केंद्र का भवनअधूरा पड़ा हुआ है. स्थानीय दबंग लोगों द्वारा इन केंद्रों पर जबरन कब्जा कर निवास करते है या फिर पशुओं का गोशाला बना दिया गया है. नौनिहाल बच्चों के पढ़ने के जगह मवेशी बंधा हुआ या दबंग लोग खुद रहता है. इस आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों के पढ़ने के बदले दबंगों की शरणस्थली के रूप में विख्यात हो गया है. ग्रामीणों के अनुसार जगदीशपुर गांव के ही एक व्यक्ति ने जबरन इस आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 42 में अपने परिवार के साथ कई वर्षों से रह रहे हैं. यह भवन कई वर्षों से अधूरा पड़ा हुआ है. मालती गांव में आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 33 व 242 पर गांव के दबंगों ने कब्जा कर भूसे का घर एवं
मवेशी के गोहाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे है. यही हाल महादेवपुर गांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 134 का है. ग्रामीणों ने सीओ व सीडीपीओ कार्यालय में ग्रामीणों के संयुक्त हस्ताक्षर कर आवेदन पत्र इस संबंध में भेजा है. पत्र में कहा गया कि यह आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 33, 42, 134, 242 में गांव के ही कई दबंग लोगों द्वारा अवैध ढंग से कब्जा कर उपयोग लाया जा रहा है.ओड़हारा पंचायत के मुखिया प्रवीण कुमार सिंह ने कहा कि जगदीशपुर, मालती व महादेवपुर गांव में पूर्ववर्ती मुखिया द्वारा वर्षों पहले बीआरजीएफ योजना से इन गांवों में लाखों की लागत से बने अधूरे आंगनबाडी भवन पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है. कब्जे के कारण चारों आंगनवाड़ी केंद्रों में निर्माण कार्य वर्षों बाद भी अधूरा पड़ा हुआ है. पंचायत प्रतिनिधि व ग्रामीण इस भवन को खाली कराने तथा उस भवन को नए सिरे से बनाने की मांग अधिकारियों से कर रहे है.क्या कहती है सीडीपीओ
सीडीपीओ फिरदौस शेख ने बताया कि वर्षों बाद भी चारों आंगनबाड़ी केंद्र भवन हैंडओवर नहीं हुआ है. भवन निर्माण कार्य पूरा कराए जाने व दबंगों पर कार्रवाई के मामले में प्रखंड व जिला प्रशासन को कई बार पत्र भेजा गया है.
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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