ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बांका। राज्य भर में आशा एवं आशा फैसिलिटेटर की अनिश्चितकालीन हड़ताल के तीसरे दिन भी स्वास्थ्य सेवा में खलल पड़ गया। मालूम हो कि आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संयुक्त संघर्ष मंच के बैनर तले अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर 12 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई है। जिस कारण राज्य के सभी अस्पतालों में सरकार के महत्वपूर्ण कार्यों पर असर देखने को मिल रहा है। वहीं बौसी प्रखंड के रेफरल अस्पताल में भी खासा असर देखने को मिल रहा है। जहां 12 जुलाई से प्रखंड के सभी आशा एवं आशा फैसिलिटेटर अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रख कर धरना पर बैठी हुई है। जिसके कारण मात्री प्रसव आर आई टीकाकरण विश्व परिवार नियंत्रण पखवारा (फैमिली प्लानिंग) जैसे कार्यों का लेबल में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। हालांकि अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा कागजी खानापूर्ति करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। वहीं
आशा एवं आशा फैसिलिटेटरों का कहना है कि, जब तक सरकार हमारी 9 सूत्री मांगों को समर्थन नहीं करती है तब तक हड़ताल जारी रहेगा। अपनी मांगों को लेकर सभी आशा एवं आशा फैसिलिटेटर अपने बच्चों के साथ लेकर अस्पताल परिसर में धरना प्रदर्शन सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए अपनी मांग पर डटी हुई है। हड़ताल की वजह से अब आए दिन आशा कार्यकर्ताओं और मरीजों के परिजनों के बीच झड़प होने का मामला भी सामने आने लगा है। गुरुवार की रात को भी प्रसव कराने आए कई मरीजों के परिजनों के साथ आशा कार्यकर्ताओं से नोकझोंक हुई। शुक्रवार को आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा वैक्सीनेशन कार्यक्रम को भी बाधित करने का प्रयास किया गया था। जिसके बाद पुलिस प्रशासन के सहयोग से टीकाकरण के लिए क्षेत्र में जाने वाले कूरियर के द्वारा टीकाकरण बॉक्स को ले जाने का काम किया गया और वैक्सीनेशन शुरू किया गया। हड़ताल की वजह से पूरे अस्पताल परिसर में आशा कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ लगी रहती है।
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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