ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बांका। बौंसी प्रखंड स्थित दुर्गापुर गांव समीप शनिवार को रेलवे जीएम एपी द्विवेदी के सैलून को रुकवाने के लिए ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। हालांकि रेलवे जीएम के सैलून को दुर्गापुर गांव समीप नहीं रोका गया। जिसके कारण ग्रामीण मायूस होकर लौट गए। बताया जाता है कि, हंसडीहा भागलपुर रेल खंड के रेलवे ट्रैक होते हुए दुर्गापुर गांव जाने का रास्ता है। समपार फाटक नहीं होने के कारण करीब 6 माह पूर्व मालदा डिवीजन के पदाधिकारियों के निर्देश पर यहां के सड़क मार्ग को वेरीकेट कर बंद कर दिया गया है। बताया जाता है कि, यहां पर समपार फाटक नहीं होने की वजह से सुरक्षा के मद्देनजर ऐसा किया गया है। ऐसे में दुर्गापुर जाने वाले पथ के बंद हो जाने से ग्रामीणों की समस्या बढ़ गई है। यहां के ग्रामीणों के द्वारा इसे आरंभ कराने को लेकर रेल
अधिकारियों को कई बार पत्र भी दिया गया है। इस मार्ग को चालू कराने के लिए ग्रामीण रेलवे जीएम के सैलून को रुकवाने का प्रयास कर रहे थे। तेज रफ्तार होने के कारण रेलवे जीएम के सैलून को निकल जाने से ग्रामीण मायूस हो गए। यहां के ग्रामीणों ने मालदा डिविजन के डीआरएम सहित अन्य को इसके लिए पूर्व में पत्र भी दिया है। जबकि इसकी प्रतिलिपि ग्रामीण कार्य मंत्री बिहार सरकार, स्टेशन मास्टर और जिलाधिकारी को भी पूर्व में दी गई थी। बताया गया था कि, दुमका रोड मुख्य मार्ग से दुर्गापुर गांव जाने के लिए प्रधानमंत्री सड़क निर्माण कार्य 5 वर्ष पूर्व पूर्ण हो चुका है। इसी के बीच में रेलवे ट्रैक भी है। जिस रास्ते से दुर्गापुर के ग्रामीण आने-जाने का काम करते थे। लेकिन रेलवे लाइन पार होने वाले रास्ते को मालदा डिविजन ने बंद करा दिया है। जिसकी वजह से ग्रामीणों की समस्या बढ़ी हुई है। हालांकि सैलून गुजर जाने के बाद रेल अधिकारियों के निर्देश पर आरपीएफ के द्वारा मामले की पड़ताल की गई है।कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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