ग्राम समाचार,चांदन,बांका। चांदन अस्पताल मैं पदस्थापित स्वास्थ्य कर्मियों की ए कैसी मानवता जो अस्पताल परिसर में धरने पर बैठी आशा एवं आशा फैसिलिटेटरो की हो रही फजीहत से अनभिज्ञ दिख रहे हैं। जिले के चांदन प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चांदन अस्पताल की कार्यरत आशा एवं आशा फैसिलिटेटर द्वारा अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर 12 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी है। जहां सुबह से शाम तक भूखे प्यासे अपनी परिवार की परवाह ना करते हुए धरना पर बैठी है। इस तपती धूप और गर्मी से जूझने को मजबूर हो गई है लेकिन अस्पताल कर्मियों के द्वारा ऐसी मानवता देखी जा रही है की अस्पताल आते जाते पदाधिकारियों को गर्मियों से राहत देने के लिए आशा बहनों के लिए एक पंखा भी उपलब्ध कराना जरूरी नहीं समझे है। जबकि यही आशा एवं आशा फैसिलिटेटर स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल के पूर्व अस्पताल से सम्मान दी जाती थी
लेकिन अपनी मांगों को लेकर 2 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने एवं धरना प्रदर्शन के दौरान अस्पताल कर्मियों द्वारा भेदभाव करने की बात सामने आ रही है प्राप्त जानकारी के अनुसार चांदन प्रखंड के समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चांदन परिसर में बैठे आशा कार्यकर्ताओं को अस्पताल प्रबंधक या प्रभारी के माध्यम से किसी प्रकार की सुविधा ना के बराबर देखा जा रहा है। इस कड़ाके की धूप एवं गर्मी खुद झेल रही है। हैरत तो इस बात की है डॉक्टर के चेंबर खाली है। परंतु रूम में लगे एयर कंडीशन चालू है। लेकिन आशा कर्मियों को एक इलेक्ट्रॉनिक पंखा भी मुहैया कराना उचित नहीं समझा है अब तक। वाह रे वाह स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारी, सिर्फ इनसे काम लेना ही जानते हैं। इस बाबत धरना पर बैठी आशा कार्यकर्ताओं ने दुख जाहिर करते हुए बताइए कि क्या हड़ताल समाप्त होने के बाद क्या हम लोगों से काम नहीं लेंगे।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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